मोदी ने एनडीए सांसदों को रक्षाबंधन पर मुस्लिम महिलाओं से राखी बंधवाने का निर्देश दिया

वीएचपी बोली, मुस्लिम पुरुषों से परेशान हैं महिलाएं इसलिए हम रक्षा करेंगे

मोदी ने एनडीए सांसदों को रक्षाबंधन पर मुस्लिम महिलाओं से राखी बंधवाने का निर्देश दिया

नई दिल्ली : विपक्ष आरोप लगा रहा है कि भाजपा और संघ परिवार देश में हिंदुओं और मुस्लिमों के बीच नफरत फैला रहे हैं। इसके अलावा, कांग्रेस नेता राहुल गांधी बार-बार ट्वीट करके आरोप लगा रहे हैं कि भाजपा और आरएसएस ने देश में केरोसीन छिडक़ दिया है। वह दावा करते हैं कि उनकी मोहब्बत की दुकान में ही भारत को जोडऩे का सामान मिलता है। दूसरी ओर, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बयानबाजी के चक्कर में ज्यादा नहीं पड़ते हुए अल्पसंख्यक समुदाय के सर्वांगीण उत्थान पर ध्यान दे रहे हैं। पहले की सरकारों की तुष्टिकरण की राजनीति को नकारते हुए मोदी ने अपने शासन के पहले दिन से सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास का जो मूलमंत्र दिया है, उसी को आधार बनाकर वह अपनी योजनाओं को तैयार कर रहे हैं और उन्हें पूरी पारदर्शिता के साथ लागू करवा रहे हैं।

देखा जाये तो आजादी के बाद से अल्पसंख्यक समाज, खासतौर पर मुस्लिम महिलाओं की यदि किसी सरकार ने सुध ली तो वह मोदी सरकार है। मोदी सरकार ने उन्हें तीन तलाक से आजादी दिलाई और तमाम योजनाओं का लाभ देकर उनकी आर्थिक और सामाजिक स्थिति को भी सुधारा। इसके परिणाम भी दिखने लगे हैं। हाल ही में केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने कहा था कि तीन तलाक संबंधी कानून लागू होने के बाद से ऐसे मामलों में 90 प्रतिशत की कमी आई है। यानि यह कानून असरकारी रहा है। अब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी कहा है कि तीन तलाक पर प्रतिबंध लगाने के उनकी सरकार के फैसले से मुस्लिम महिलाओं में सुरक्षा की भावना बढ़ी है। उन्होंने भारतीय जनता पार्टी के नेताओं से आगामी रक्षा बंधन के त्योहार के दौरान अधिक से अधिक मुस्लिम महिलाओं तक पहुंचने को कहा है। हम आपको बता दें कि मोदी ने सोमवार रात पश्चिम बंगाल, ओडिशा और झारखंड के भाजपा नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के सांसदों की एक बैठक में यह टिप्पणी की, जिसमें उन्होंने और भाजपा के अन्य वरिष्ठ नेताओं ने समाज के विभिन्न वर्गों के लिए केंद्र सरकार की विभिन्न विकास पहलों को रेखांकित किया।

बैठक में मौजूद कुछ सांसदों ने कहा कि मोदी ने समाज के हर वर्ग से जुडऩे की जरूरत पर जोर दिया और उसके बाद मुस्लिम समाज में एक बार में तीन तलाक की प्रथा पर प्रतिबंध लगाने के अपनी सरकार के फैसले का उल्लेख किया। बैठक में मौजूद कुछ सांसदों ने कहा कि प्रधानमंत्री ने उनसे अल्पसंख्यक समुदाय की महिलाओं तक पहुंचने के लिए रक्षा बंधन के दौरान कार्यक्रम आयोजित करने को कहा। उल्लेखनीय है कि रक्षा बंधन का त्योहार इस साल 30 अगस्त को पड़ेगा।  हम आपको बता दें कि मोदी अक्सर मुस्लिम महिलाओं के लिए अपनी सरकार के सुधार उपायों को रेखांकित करते रहे हैं। अपने हालिया ‘मन की बात’ संबोधन में उन्होंने कहा था कि इस साल 4,000 से अधिक मुस्लिम महिलाओं का ‘महरम’ के बिना हज करना एक ‘बड़ा परिवर्तन’ है। उन्होंने जोर देकर कहा कि पिछले कुछ वर्षों में उनकी सरकार द्वारा हज नीति में किए गए बदलावों के साथ अधिक से अधिक लोगों को वार्षिक तीर्थयात्रा पर जाने का मौका मिल रहा है।

हम आपको यह भी बता दें कि भाजपा आजकल खासतौर पर पसमांदा मुस्लिमों को पार्टी से जोडऩे पर ध्यान दे रही है। पिछले दिनों अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के पूर्व कुलपति तारिक मंसूर को पार्टी का राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बनाया गया। इसके अलावा केरल के पसमांदा मुस्लिम अब्दुल्ला कुट्टी को भी राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बनाया गया। इस तरह पहली बार भाजपा में राष्ट्रीय उपाध्यक्ष पद पर दो मुस्लिम हैं। इसके अलावा भाजपा कई राज्यों में स्नेह यात्रा का आयोजन कर भी मुस्लिमों के बीच पहुँचने की कोशिश कर रही है। जहां तक तीन तलाक संबंधी कानून की बात है तो आपको बता दें कि मोदी सरकार ने इस प्रथा को अपराध घोषित कर दिया है। मुस्लिम महिला (विवाह अधिकार संरक्षण) विधेयक 2019 में संसद द्वारा पारित किया गया था, जिसमें एक बार में तीन तलाक की प्रथा को अवैध घोषित किया गया था। इस अपराध के लिए पति को जेल की सजा हो सकती है। बहरहाल, भाजपा और एनडीए सांसदों के रक्षा बंधन त्योहार मुस्लिम महिलाओं के साथ मनाने संबंधी मोदी के निर्देश पर जब हमने विश्व हिंदू परिषद की प्रतिक्रिया जाननी चाही तो उन्होंने कहा कि मुस्लिम महिलाएं अपने समाज के पुरुषों से परेशान हैं इसीलिए प्रधानमंत्री ने सबको मुस्लिम महिलाओं से राखी बंधवाने के लिए कहा है। रक्षा का सूत्र बंधने पर भाई हमेशा अपनी मुस्लिम बहनों की रक्षा के लिए तैयार रहेगा।