गरीब कल्याण की मोदी की योजना है आदर्श मॉडल : प्रह्लाद पटेल

प्रधानमंत्री श्री मोदी ने हाल ही में निशुल्क अनाज देने वाली इस योजना को पांच साल और बढ़ाने का निर्णय लिया है

गरीब कल्याण की मोदी की योजना है आदर्श मॉडल : प्रह्लाद पटेल

नयी दिल्ली : केन्द्रीय जल शक्ति एवं खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति राज्य मंत्री प्रह्लाद सिंह पटेल ने मंगलवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गरीब कल्याण योजना के माध्यम से श्रमिक, महिला एवं किसानों के सशक्तीकरण का जो मॉडल पेश किया है, वह देश से गरीबी दूर करने का आदर्श मॉडल है। श्री पटेल ने यहां अपने निवास पर संवाददाताओं से बातचीत में विपक्ष को चुनौती दी कि वे यदि चर्चा करना चाहते हैं तो प्रधानमंत्री श्री मोदी के गरीब कल्याण योजना पर चर्चा करें तो उन्हें पता चलेगा कि इसका असर क्या है और गरीबी कैसे दूर हो रही है।

श्री पटेल ने कहा कि देश की राजनीतिक व्यवस्था में गरीब और गरीबी की चर्चा तो बहुत होती रही है लेकिन प्रधानमंत्री श्री मोदी की सरकार ने गरीब कल्याण का जो मॉडल दिया है, वह एक आदर्श मॉडल है। उन्होंने इस मॉडल की चर्चा करते हुए कहा कि देश में गरीब आदमी को राशन नहीं मिलता था। हर कोई सार्वजनिक वितरण प्रणाली (पीडीएस) पर उंगली उठाया करता था। उन्होंने कहा कि श्री मोदी की पहली सफलता यह रही कि 36 राज्यों में पीडीएस प्रणाली को दुरुस्त कर दिया गया। प्रत्येक व्यक्ति को पांच किलोग्राम अनाज देने की योजना में यदि एक परिवार को यूनिट माना जाये तो प्रति परिवार को 35 किलोग्राम अनाज मिलता है। प्रधानमंत्री श्री मोदी ने हाल ही में निशुल्क अनाज देने वाली इस योजना को पांच साल और बढ़ाने का निर्णय लिया है। इस पर पांच साल में 11 करोड़ 80 लाख रुपए का व्यय होगा।

श्री पटेल ने कहा कि बाद में एक देश एक कार्ड योजना के जरिये किसी भी कार्ड धारक को देश में कहीं भी राशन लेने की सुविधा प्रदान की गयी। यदि कोई परिवार दो स्थानों पर रहता है तो उसे दोनों जगह वहां मौजूद सदस्यों के हिसाब से अनाज मिल सकता है। कहीं गुणवत्ता या दुकानदार के दुर्व्यवहार का मामला हो तो लाेग अपने मन की दुकान से राशन ले सकते हैं। उन्होंने कहा कि इस नियम का परिणाम हुआ कि खराब गुणवत्ता एवं खराब व्यवहार वाले दुकानदारों की करीब पांच हजार दुकानें बंद हो चुकीं हैं। श्री पटेल ने कहा कि इसका मकसद यह है कि यदि गरीब परिवार को भोजन की गारंटी मिलेगी तो वे अपने बच्चों को अच्छा पढ़ाने लिखाने एवं उनकी प्रगति पर खर्च कर सकेंगे। इसी प्रकार से स्वास्थ्य एवं दुर्घटना भी गरीब के लिए बड़ी चुनौती होती थी, उसके लिए आयुष्मान योजना लायी गयी है।

उन्होंने कहा कि भाेजन के लिए महिलाओं को कार्ड की जिम्मेदारी दी गयी। श्रमिकों की मेहनत की कमाई बची। किसानों को भी सहायता देकर उन्हें अधिक उत्पादन के लिए प्रेरित किया गया जिससे किसानों ने अन्न के भंडार भर दिये और तभी गरीब कल्याण योजना का सफल कार्यान्वयन हो पाया। उन्होंने कहा कि इस प्रकार से गरीबों, किसानों एवं महिलाओ का चौतरफा सशक्तीकरण हो सका है। यही है मोदी की गारंटी। विपक्ष को इस पर चर्चा करनी चाहिये। यदि वे चर्चा कर सके तो उनकी आंखें खुल जाएंगीं।