दलाई लामा के विचारों को आत्मसात करते हुए आगे बढ़ना चाहिए - नेगी

श्री नेगी ने आज संभोता तिब्बतन स्कूल छोटा शिमला में आयोजित कार्यक्रम में आध्यात्मिक गुरु दलाई लामा को उनके 88वें जन्मदिवस शुभकामनाएं देते हुए उनके उत्तम स्वास्थ्य एवं दीर्घायु की भी कामना की।

दलाई लामा के विचारों को आत्मसात करते हुए आगे बढ़ना चाहिए - नेगी

शिमला - हिमालच प्रदेश के राजस्व, बागवानी एवं जनजातीय विकास मंत्री जगत सिंह नेगी ने आज दलाई लामा के विचारों को आत्मसात करते हुए आगे बढ़ना चाहिए।

श्री नेगी ने आज संभोता तिब्बतन स्कूल छोटा शिमला में आयोजित कार्यक्रम में आध्यात्मिक गुरु दलाई लामा को उनके 88वें जन्मदिवस शुभकामनाएं देते हुए उनके उत्तम स्वास्थ्य एवं दीर्घायु की भी कामना की।

उन्होंने कहा कि आध्यात्मिक गुरु दलाई लामा का तिब्बत की आजादी के प्रति एवं वैश्विक शांति के लिए महत्वपूर्ण योगदान रहा है। दलाई लामा का जीवन सत्य एवं अहिंसा से भरा हुआ है जो हम सब को भाईचारे की भावना के लिए प्रेरित करता है। उन्होंने दलाई लामा की शिक्षाओं और अनुभवों से प्रेरणा लेने का आग्रह किया और कहा कि उनके विचारों को आत्मसात करते हुए हमें अध्यात्म के पथ पर आगे बढ़ना चाहिए। उन्होंने कहा कि इन्हीं प्रयासों एवं विचारों से दलाई लामा को नोबेल शांति पुरस्कार से सुशोभित किया गया है।

उन्होंने कहा कि तिब्बत के लोगों ने अपने वतन से दूर रहते हुए भी अपनी समृद्ध संस्कृति को संजोए रखा है जो एक पीढ़ी से दूसरी पीढ़ी तक ले जा रहे है। उन्होंने इन सभी प्रयासों के लिए समस्त लोगों एवं गुरुओं की सराहना की।

इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में स्कूली बच्चों ने रंगारंग सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दी। कार्यक्रम के उपरांत राजस्व मंत्री ने तिब्बत के संघर्षों एवं प्राचीन संस्कृति पर आधारित प्रदर्शनी का भी अवलोकन किया।