चक्की पुल यातायात के लिए बंद, कालीनाथ कालेश्वर मंदिर करवाया खाली

श्री डॉ. जिंदल ने बताया कि ऐसे में व्यापक जनहित में जिले के सभी सरकारी और गैर सरकारी शिक्षण संस्थानों में सोमवार 10 जुलाई को छुट्टी घोषित की गई है

चक्की पुल यातायात के लिए बंद, कालीनाथ कालेश्वर मंदिर करवाया खाली

धर्मशाला - हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिला में लगातार हो रही बारिश को लेकर उपायुक्त डॉ. निपुण जिंदल कहा कि मौसम विभाग ने अगले 24 घंटे भी जिले में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है।

श्री डॉ. जिंदल ने बताया कि ऐसे में व्यापक जनहित में जिले के सभी सरकारी और गैर सरकारी शिक्षण संस्थानों में सोमवार 10 जुलाई को छुट्टी घोषित की गई है, ताकि विद्यार्थियों को किसी भी तरह की असुविधा नहीं झेलनी पड़े। रक्कड़ तहसील में ब्यास नदी में जल स्तर बढ़ने के कारण कालीनाथ कालेश्वर मंदिर को खाली करवा दिया गया है तथा श्रद्वालुओं के लिए 11 जुलाई तक मंदिर के द्वार बंद रहेंगे। इसके साथ ही लोगों से ब्यास नदी के आसपास नहीं जाने का आग्रह भी किया गया है, ताकि किसी भी तरह की अप्रिय घटना से बचाव हो सके।

उपायुक्त ने कहा कि आपदा प्रबंधन अधिनियम 2005 के तहत लोगों की सुरक्षा के दृष्टिगत राष्ट्रीय राजमार्ग (एनएच)-154 के तहत चक्की ब्रिज को यातायात के लिए बंद कर दिया गया है, ब्रिज की मरम्मत के कार्यों के लिए केवल एनएचएआई तथा आपदा प्रबंधन वाहनों को ही आवागमन की अनुमति प्रदान की जाएगी।

उन्होंने कहा कि पुलिस अधीक्षक तथा संबंधित उपमंडलाधिकारी को आदेशों की अनुपालना सुनिश्चित करवाने के निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन राहत तथा पुनर्वास कार्य के लिए पूरी तरह से मुस्तैद है तथा तमाम अधिकारी मशीनरी के साथ फील्ड में डटे हैं। राहत एवं बचाव कार्यों में एसडीआरएफ की टीम की मदद भी ली जा रही है। जिले में जहां मार्गों पर भूस्खलन इत्यादि हो रहा है वहां पर जेसीबी जैसी मशीनरी भी तैनात की गई है।

डॉ.जिंदल ने कहा कि ब्यास नदी में जल स्तर काफी बढ़ गया है तथा इस स्थिति को लेकर जिला प्रशासन ने पौंग डैम प्रबंधन के साथ भी संपर्क साधा है, ताकि जरूरत महसूस होने पर पौंग डैम के गेट जल निकासी के लिए खुलवाए जा सकें। उन्होंने सभी नागरिकों तथा पर्यटकों से नदी-नालों के किनारे न जाने की अपील की है।

उन्होंने आग्रह किया कि भारी बारिश को देखते हुए अनावश्यक यात्रा न करें, सुरक्षित स्थानों पर रहें और किसी प्रकार का जोखिम न उठाएं । उपायुक्त ने उपमंडलाधिकारियों, तहसीलदारों तथा नायब तहसीलदारों के स्वीकृत अवकाश को रदद करते हुए डयूटी पर पहुंचने के निर्देश जारी किए गए हैं, ताकि किसी भी स्तर पर राहत तथा पुनर्वास के कार्यों में किसी भी तरह की कमी नहीं रहे।