जरूरत पड़ी तो बीजेपी को हराने के लिए बनाएंगे गठबंधन - फारूक

श्री फारूक ने आज यहां पत्रकारों से कहा, “यदि आवश्यक हुआ, तो हम उन लोगों को दूर रखने के लिए एक गठबंधन बनाएंगे जो धार्मिक राजनीति करते हैं और कुछ मुद्दों पर लोगों को विभाजित करते हैं।”

जरूरत पड़ी तो बीजेपी को हराने के लिए बनाएंगे गठबंधन - फारूक

श्रीनगर  - जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री एवं नेशनल कांफ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने रविवार को कहा कि अगर जरूरत पड़ी तो विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी(भाजपा)को चुनाव में हराने के लिए गठबंधन करेंगे।

श्री फारूक ने आज यहां पत्रकारों से कहा, “यदि आवश्यक हुआ, तो हम उन लोगों को दूर रखने के लिए एक गठबंधन बनाएंगे जो धार्मिक राजनीति करते हैं और कुछ मुद्दों पर लोगों को विभाजित करते हैं।”

उन्होंने कहा, “जब चुनी हुई सरकार होती है तो लोकतंत्र होता है..बिना चुनाव के लोगों का नुकसान होता है।एक लेफ्टिनेंट गवर्नर और उनके सलाहकार पूरे राज्य को नहीं चला सकते थे। प्रत्येक निर्वाचन क्षेत्र में एक विधान सभा सदस्य होता है जो जनता के मुद्दों को देखता है और उनका निवारण करता है।”

संसद सदस्य ने कहा कि नौकरशाही को इसकी चिंता नहीं है क्योंकि वे 60 वर्ष की आयु तक सेवानिवृत्त नहीं होते हैं जबकि एक विधायक के रूप में अपनी क्षमता साबित करने के लिए हर पांच साल बाद फिर से चुनाव लड़ना पड़ता है।

श्री फारूक ने कहा कि यहां चुनाव होने चाहिए ताकि लोकतांत्रिक सरकार बन सके। बिना निर्वाचित सरकार के राज्य को भारी नुकसान होता है।

यह पूछे जाने पर कि क्या कश्मीर में हाल ही में हुई जी20 टूरिज्म वर्किंग ग्रुप की बैठक से अर्थव्यवस्था पर कोई सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा, श्री फारूक ने कहा,“सड़कों को समतल कर दिया गया, रोशनी होने लगी और दीवारों पर रंग-रोगन किया गया, जिससे निस्संदेह हमें लाभ मिला।”

श्री फारूक ने सवालिया लहजे में कहा,“क्या इससे हमारे पर्यटन को लाभ होगा यह एक बड़ा सवाल है। जब तक स्थिति वास्तव में ठीक नहीं होगी तब तक विदेशी पर्यटक यहां नहीं आएंगे।”

उन्होंने कहा कि जब तक दो पड़ोसी देश भारत-पाकिस्तान बैठकर बातचीत नहीं करेंगे और जम्मू-कश्मीर राज्य का भविष्य तय नहीं करेंगे तब तक स्थिति कभी अच्छी नहीं होगी।

श्री फारूक ने पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती को पासपोर्ट मिलने पर बधाई दी। उन्होंने कहा कि अल्लाह ने चाहा तो वह इसका इस्तेमाल कर सकती हैं क्योंकि उन्हें उमराह(मक्का की यात्रा) करना है।