पलवल-फरीदाबाद के पंच परमेश्वरों को मिला विकास का मनोहर मंत्र

मुख्यमंत्री ने पलवल और फरीदाबाद के सरपंच, पंचायत समिति व जिला परिषद सदस्यों के साथ मंत्रणा कार्यक्रम को किया संबोधित, मुख्यमंत्री ने नवनिर्वाचित प्रतिनिधियों को समझाया ‘अच्छा काम करके दिखाओ और जनता से वाहवाही पाओ’ का मंत्र, पंचायती राज संस्थाओं की बढ़ाई स्वायत्तता, अपना बजट खुद तय करेंगी पंचायत, सरकार का होगा हस्तक्षेप कम

पलवल-फरीदाबाद के पंच परमेश्वरों को मिला विकास का मनोहर मंत्र

चंडीगढ़ - हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने पलवल और फरीदाबाद जिला के सरपंचों, पंचायत समिति व जिला परिषद सदस्यों को ग्रामीण विकास के लिए मूल मंत्र देते हुए कहा कि अच्छा काम करके दिखाओ और जनता से वाहवाही पाओ। उन्होंने कार्यक्रम में पहुंचे प्रतिनिधियों को भ्रष्टाचार मुक्त, पारदर्शी एवं अंत्योदय आधारित व्यवस्था स्थापित करने का संकल्प भी दिलवाया।

उन्होंने कहा कि पंचायतों की परंपरा ऋग्वेद के समय से चली आ रही है और पंच को परमेश्वर का दर्जा मिला है। ऐसे में नए दायित्व का पूरी ईमानदारी से निर्वहन करते हुए पुराने समय से पंचायतों पर भरोसे को कायम रखना। उन्होंने प्रदेशवासियों को स्वामी विवेकानंद की जयंती, राष्ट्रीय युवा दिवस, लोहड़ी, मकर संक्रांति व पोंगल की शुभकामनाएं दी।

यह बात मुख्यमंत्री ने गुरुवार को पलवल में फरीदाबाद व पलवल जिलों के सरपंचों, पंचायत समिति व जिला परिषद सदस्यों के साथ मंत्रणा कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कही। कार्यक्रम में केंद्रीय बिजली एवं भारी उद्योग राज्य मंत्री  श्री कृष्णपाल गुर्जर तथा हरियाणा के परिवहन एवं उच्च शिक्षा मंत्री श्री मूलचंद शर्मा भी उपस्थित थे।

श्री मनोहर लाल ने कहा कि वर्तमान सरकार ने हरियाणा में आज अपने कार्यकाल के तीन हजार दिन भी पूरे कर लिए है। आजादी से पहले महात्मा गांधी ने ग्राम-स्वराज का स्वप्न देखा था कि किस प्रकार ग्रामीण भारत की शासन व्यवस्था को मजबूत बनाया जाए ताकि आजादी का संदेश गांव-गांव तक पहुंच सके। पुराने समय से कायम खाप-पंचायतों ने समय-समय पर सराहनीय कार्य किए हैं। बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ कार्यक्रम को जन आंदोलन बनाने में भी पंचायतों की प्रशंसनीय भूमिका रही है।  

मुख्यमंत्री ने प्रतिनिधियों से कहा कि प्रदेश सरकार ने भ्रष्टाचार मुक्त व पारदर्शी शासन देकर लोक कल्याण के भाव को सार्थक किया है। हमारी अंतिम व्यक्ति के कल्याण की सोच से आज शासन व्यवस्था में बदलाव आया है। परिवार पहचान पत्र, चिरायु हरियाणा, आठ साल में मेरिट पर एक लाख से अधिक सरकारी नौकरी देने आदि अनेक पहलों से आमजन का जीवन बेहतर हुआ है। उन्होंने कहा कि हरियाणा एक-हरियाणवी एक तथा सबका साथ-सबका विकास-सबका विश्वास और सबका प्रयास के मूलमंत्र पर चलते हुए ग्रामीण विकास को साकार करें।

मुख्यमंत्री ने कहा कि पंचायती राज संस्थाओं के सर्वसम्मति से चुने गए प्रतिनिधियों के लिए राज्य सरकार ने 300 करोड़ रुपये की धनराशि जारी की है। उन्होंने कहा कि इस बार 70 हजार प्रतिनिधियों में से 40 हजार प्रतिनिधि सर्वसम्मति से चुने गए हैं। इससे सामाजिक सौहार्द व आपसी भाईचारे को बढ़ावा मिला है।

उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार ने पंचायतों को स्वायत्त बनाने की दिशा में अनेक कार्य किए हैं। पढ़ी-लिखी पंचायतों के साथ-साथ सरकार ने इस बार महिलाओं को 50 प्रतिशत पंचायतों में प्रतिनिधित्व दिया है, जिसके चलते इस बार बड़ी संख्या में बेटियां भी पंचायतों में प्रतिनिधि चुनी गई हैं।

श्री मनोहर लाल ने बताया कि अब पंचायतों को स्वायत्त बनाने के लिए सरकार ने यह निर्णय लिया है कि पंचायत, पंचायत समिति व जिला परिषद अपना बजट खुद तय करते हुए अपने क्षेत्र के विकास में धनराशि का स्वयं उपयोग कर सकेंगी। इस कार्य में सरकार का हस्तक्षेप नहीं होगा। इस नीति को प्रोत्साहन देने के लिए हरियाणा सरकार ने 1100 करोड़ रुपये पंचायती राज संस्थाओं के खातों में हस्तांतरित भी कर दिए हैं। उन्होंने पंचायत प्रतिनिधियों को प्रतिवर्ष अपना बजट निर्धारित करने के लिए भी कहा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि इस बार भी अच्छा कार्य करने वाली पंचायतों को सम्मानित किया जाएगा। साथ ही जो गलत कार्य करेंगे तो भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति पर आगे बढ़ते हुए दंडित भी किया जाएगा। इसके साथ ही गांव में विकास के लिए सोशल ऑडिट कराने व प्रथम श्रेणी के राजपत्रित अधिकारी को संरक्षक बनाने का भी प्रयोग किया गया है। ऑडिट टीम का चयन ग्राम सभा तय करेगी। साथ ही संरक्षक अधिकारी ग्राम सभा का आयोजन कराने व आमजन को कल्याणकारी योजनाओं के बारे में जानकारी के लिए सलाह दे सकेंगे।

केंद्रीय बिजली एवं भारी उद्योग राज्य मंत्री श्री कृष्ण पाल गुर्जर ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी व मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल के नेतृत्व में केंद्र व प्रदेश सरकार ने आठ साल में प्रशंसनीय काम किया है। इस दौरान भ्रष्टाचार पर चोट की गई और अंतिम व्यक्ति तक सरकार की योजनाओं का लाभ पहुंचा है। कोरोना काल का उदाहरण देते हुए कहा कि पहले 45 करोड़ गरीब परिवारों के खाते खोले गए और संकट के समय इन परिवारों को 500-500 रुपये की वित्तीय सहायता दी गई।

इस अवसर पर विधायक श्री जगदीश नायर, श्री दीपक मंगला, श्री प्रवीण डागर, श्री नयनपाल रावत, श्रीमती सीमा त्रिखा, श्री नरेंद्र गुप्ता, श्री राजेश नागर, फरीदाबाद के उपायुक्त श्री विक्रम सिंह, पलवल की उपायुक्त नेहा सिंह, एसपी श्री राजेश दुग्गल सहित अन्य प्रशासनिक अधिकारी मौजूद रहे। 

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