सीएम के संज्ञान में आने के बाद नहर विभाग के अधिकारियों ने लीकेज पुलिया का बनाया डेढ करोड़ का एस्टीमेट

महेंद्रगढ-कनीना स्टेट हाईवे 24 पर उन्हाणी के समीप रामपुरी डिस्ट्रीब्यूटरी का लंबे समय से है साईफन लीकेज

सीएम के संज्ञान में आने के बाद नहर विभाग के अधिकारियों ने लीकेज पुलिया का बनाया डेढ करोड़ का एस्टीमेट
कनीना : कनीना-महेंद्रगढ स्टेट हाइवे नम्बर 24 पर उन्हाणी गांव के समीप से गुजर रही करीब 25 किलोमीटर लंबी रामपुरी डिस्ट्रीब्यूटरी को करोडों रूपये की लागत से आरसीसी पक्का करने तथा अटेली रोड़ से रेवाड़ी रोड़ तक पाईप डलकर भूमिगत करने का कार्य भले ही सालभर पूरा हो गया है लेकिन रिसावग्रस्त पुलिया का कोई समाधान नहीं किया गया है। नहरी पानी रिसाव के कारण क्षतिग्रस्त सडक़ से हादसे घटित हो रहे हैं। विकराल रूप धारण करती जा रही इस समस्या को लेकर अब प्रबुधजन आगे आ गए ह। जिन्होंने इसकी शिकायत सीएम मनोहर लाल से की है। शिकायत होने के विभाग हरकत में आए विभाग के अधिकारियों ने आनन-फानन में इसका सर्वे कर 1,49,11,462 रूपये का एस्टीमेट बनाकर उच्च अधिकारियों को भेजा है।

जबकि इससे पूर्व इन अधिकारियों की ओर से रजबाहे को आरसीसी करने के बाद उसी एस्टीमेट-बजट में रिसावग्रस्त साइफन को दुरूस्त किए जाने का आश्वासन दिया जाता रहा था। लेकिन उन्हाणी के समीप पिछले लंबे समय से रिसावग्रस्त पुलिया का कोई समाधान नहीं किया जा सका है जिससे सडक़ में गड्ढे बन रहे हैं जो सडक़ हादसों को बढावा दे रहे हैं। नहर तथा लोक निर्माण विभाग द्वारा आमजन से जुड़ी इस समस्या की ओर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। नहर विभाग के अधिकारी लीकेज साइफन को ठीक नहीं करवा रहे हैं तो लोकनिर्माण विभाग के अधिकारी सडक़ मार्ग को दुरूस्त नहीं करवा रहे हैं।
नहर में जब-जब पानी चलता है तब लीकेज का पानी वाहनों के आवागमन से दूर तक फैल जाता है। नहर विभाग के अधिकारी अनजान बने बैठे हैं तो लोकनिर्माण विभाग के अधिकारी जिम्मेवारी से बचने के लिए अनदेखा कर रहे हैं। विजय कुमार की ओर से बीती 27 अक्टूबर को सीएम को भेजी गई शिकायत के बाद नींद से जागे नहर विभाग के अधिकारियों ने मौका निरीक्षण कर 14 नवंबर को 1,49,11,462 रूपये का एस्टीमेट तैयार किया। नहर विभाग सब डिवीजन नम्बर के एसडीओ की ओर से कहा गया है कि उपरोक्त बजट मंजूर किए जाने के बाद इस लीकेज पुलिया का निर्माण कराया जायेगा।