बीपीसीएल की 1.5 लाख करोड़ के निवेश की योजना

इसके साथ ही कंपनी ने नेट-जीरो कार्बन उत्सर्जन रोडमैप भी तैयार किया है जिसमें नवीकरणीय क्षमता की स्थापना शामिल है

बीपीसीएल की 1.5 लाख करोड़ के निवेश की योजना

नई दिल्ली : तेल विपणन करने वाली देश की प्रमुख कंपनी भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (बीपीसीएल) ने क्षमता बढ़ाने, नेटवर्क का विस्तार करने और अपने हरित पोर्टफोलियो को बढ़ाने सहित अन्य कार्यों के लिए अगले पांच वर्षों में 1.5 लाख करोड़ रुपये का निवेश करने की आज घोषणा की। इसके साथ ही कंपनी ने नेट-जीरो कार्बन उत्सर्जन रोडमैप भी तैयार किया है जिसमें नवीकरणीय क्षमता की स्थापना शामिल है। कंपनी के अध्यक्ष जी कृष्णकुमार ने कंपनी की 70वीं वार्षिक आम बैठक को संबोधित करते हुये कहा कि बीपीसीएल ने अपने फोकस क्षेत्र का पुनर्मूल्यांकन और प्राथमिकता तय की है। इसने ‘प्रोजेक्ट एस्पायर’ पेश किया है जो ‘नर्चरिंग द कोर’ और ‘फ्यूचर बिग बेट्स’ के प्रमुख विषयों पर आधारित है।

उन्होंने कहा कि ‘नरचरिंग द कोर’ के तीन मूलभूत स्तंभ हैं : रिफाइनिंग, मार्केटिंग और अपस्ट्रीम। ‘फ्यूचर बिग बेट्स’ पांच प्रमुख क्षेत्रों पर आधारित है : गैस, गैर-ईंधन खुदरा बिक्री, पेट्रोकेमिकल्स, हरित ऊर्जा व्यवसाय और डिजिटल वेंचर्स। रिफाइनिंग के तहत कंपनी ने बीना रिफाइनरी की क्षमता वर्तमान में 78लाख मीट्रिक टन प्रति वर्ष (एमएमटीपीए) से बढ़ाकर 11 एमएमटीपीए करने की परियोजना को मंजूरी दे दी है। उन्होंने कहा कि अपने बुनियादी ढांचे के नेटवर्क का विस्तार करने के उद्देश्य से, बीपीसीएल लगभग 2,753 करोड़ रुपये के निवेश से पाइपलाइनों के साथ पीओएल और एलओबीएस प्रतिष्ठान स्थापित करेगा। उन्होंने कहा कि ग्लोबल वार्मिंग को कम करने के लिए वैश्विक प्रयास की आवश्यकता और 2070 तक नेट-शून्य उत्सर्जन प्राप्त करने के देश के उद्देश्य स्कोप 1 और स्कोप 2 ग्रीनहाउस गैस (जीएचजी) के लिए एक लक्ष्य निर्धारित किया गया है।

श्री कृष्णकुमार ने कहा कि बीपीसीएल की योजना आने वाले पांच वर्षों में 7,000 ऊर्जा स्टेशनों पर इलेक्ट्रिक वाहन चार्जिंग सुविधाएं प्रदान करने की है। कंपनी 2025 तक 1 गीगावाट (जीडब्ल्यू) और 2040 तक 10 गीगावॉट नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता बनाने की इच्छा रखती है जिसमें जैविक और अकार्बनिक दोनों माध्यम शामिल होंगे। जैव ईंधन क्षेत्र में, इस वर्ष पेट्रोल में 10.6 प्रतिशत इथेनॉल मिश्रण हासिल करने के बाद, कंपनी ने वित्त वर्ष 2023-24 में मिश्रण को 12 प्रतिशत तक बढ़ाने की योजना बनाई है और 2025 तक 20 प्रतिशत मिश्रण तक पहुंचने का प्रयास किया जायेगा।