सत्यपाल मलिक के दावों पर घमासान, कांग्रेस ने मोदी सरकार से पूछे पांच सवाल

कुमारी सैलजा बुधवार को यमुनानगर में एक निजी होटल में पत्रकारों से बात कर रही थी जिसमे उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने सीआरपीएफ के जवानों को एयरक्राफ्ट क्यों नहीं दिए?

सत्यपाल मलिक के दावों पर घमासान, कांग्रेस ने मोदी सरकार से पूछे पांच सवाल

यमुनानगर। जिस पुलवामा अटैक ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया था, चार साल बाद भी उस पर सियासत खत्म होने का नाम नहीं ले रही है। एक बार फिर इस सियासत को जम्मू कश्मीर के पूर्व राज्यपाल रहे सत्यपाल मलिक ने हवा दी है। जिन्होंने एक इंटरव्यू में पुलवामा हमले की एक वजह केंद्र सरकार की खामी को बताया है। सत्यपाल मलिक के इस इंटरव्यू के बाद एक बार फिर कांग्रेस मोदी सरकार पर हमलावर हो गई है और उसने मोदी सरकार को सवालों के घेरे में खडा किया है। कांग्रेस की वरिष्ठ नेता एवं राष्ट्रिय महासचिव कुमारी सैलजा ने केंद्र सरकार से पुलवामा अटैक को लेकर पांच सवाल खड़े किए हैं।

कुमारी सैलजा बुधवार को यमुनानगर में एक निजी होटल में पत्रकारों से बात कर रही थी जिसमे उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने सीआरपीएफ के जवानों को एयरक्राफ्ट क्यों नहीं दिए? खुफिया इनपुट और जैश की धमकी को अनदेखा क्‍यों किया? आतंकियों को भारी मात्रा में आरडीएक्स कैसे मिला? पुलवामा हमले की जांच कहां तक पहुंची? एनएसए अजीत डोभाल और तत्कालीन गृहमंत्री राजनाथ सिंह की क्या जिम्मेदारी तय की गई? वहीँ पुलवामा हमले के बाद संवैधानिक पद पर बैठे गवर्नर को पीएम मोदी ने चुप रहने की धमकी क्यों दी? कुमारी सैलजा ने बताया कि सत्यपाल मलिक जम्मू कश्मीर के केंद्र शासित प्रदेश बनने से पहले यहां के आखिरी राज्यपाल थे। जिस वक्त पुलवामा हमला हुआ। उस वक्त भी वह राज्यपाल के पद पर आसीन थे। एक इंटरव्यू के दौरान सत्यपाल मलिक ने उस वक्त के गृहमंत्री राजनाथ सिंह पर सवाल खड़े किए तो वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का भी जिक्र किया। दरअसल, सत्यपाल मलिक जम्मू कश्मीर के केंद्र शासित प्रदेश बनने से पहले यहां के आखिरी राज्यपाल थे। जिस वक्त पुलवामा हमला हुआ, उस वक्त भी वह राज्यपाल के पद पर आसीन थे।

जम्मू-कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने दावा किया कि सीआरपीएफ ने उनके लोगों को लाने-ले जाने के लिए एयरक्राफ्ट मांगा था, क्योंकि इतना बड़ा काफिला कभी रोड से नहीं जाता। मलिक ने दावा किया कि सीआरपीएफ ने गृह मंत्रालय से पूछा था, लेकिन उन्होंने एयरक्राफ्ट देने से मना कर दिया था। उन्होंने कहा कि अगर मुझसे पूछते तो मैं उनको (सीआरपीएफ) कैसे भी एयरक्राफ्ट देता। उन्होंने बताया कि सिर्फ पांच एयरक्राफ्ट की जरूरत थी लेकिन उनको एयरक्राफ्ट नहीं दिया गया। सैलजा ने बताया कि सत्यपाल मलिक ने एक और बड़ा दावा किया कि पीएम मोदी ने इस हमले के बाद जिम कार्बेट पार्क से जब मुझे कॉल किया तो मैंने प्रधानमंत्री से कहा कि ये हमारी गलती से हुआ है। इस पर उन्होंने मुझसे कहा कि तुम चुप रहो और किसी से कुछ ना कहो। सैलजा ने बताया कि मलिक ने अपने इंटरव्यू में एनएसए अजीत डोभाल का जिक्र भी किया। साथ ही अपने मन की बात बताते हुए दावा कि उन्हें समझ आ गया था कि सरकार पूरा ठींकरा पाकिस्तान पर फोड़ने वाली है ताकि 2019 के लोकसभा चुनाव में फायदा मिल सके। उन्होंने कहा कि अजित डोभाल ने भी मुझसे चुप रहने को कहा और मैं समझ गया था कि मामला पाकिस्तान की ओर जाना है।

क्या था पुलवामा अटैक?

बता दें कि 14 फरवरी 2019 को दोपहर करीब 3 बजे जैश-ए-मोहम्मद के एक आतंकवादी ने श्रीनगर-जम्मू नेशनल हाईवे पर केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के काफिले में विस्फोटक लेकर जा रहे एक वाहन को टक्कर मार दी थी। पुलवामा में पाकिस्तान समर्थित जैश-ए-मोहम्मद के आत्मघाती हमलावर द्वारा सीआरपीएफ के काफिले को निशाना बनाकर किए गए हमले में सीआरपीएफ के करीब 40 जवान शहीद हो गए थे। सीआरपीएफ के काफिले में 78 बसें थीं। इस अटैक के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ गया था। इस काफिल में सीआरपीएफ के लगभग 2500 जवान जम्मू से श्रीनगर की यात्रा कर रहे थे। हालांकि भारत की सेना ने महज 12 दिनों में ही नापाक पाक से बदला ले लिया। भारत की सेना ने 26 फरवरी को बालाकोट एयरस्ट्राइक करके जैश-ए-मोहम्मद के आतंकियों को ढेर कर दिया था।