महर्षि दयानंद सरस्वती जी की 200वीं वर्षीय जयंती का किया शुभारंभ

आर्य समाज के प्रधान रमेश चंद्र पहुजा ने स्वामी जी को दी श्रद्धांजलि

महर्षि दयानंद सरस्वती जी की 200वीं वर्षीय जयंती का किया शुभारंभ

यमुनानगर- आर्य समाज, मॉडल टाउन, यमुनानगर में स्वामी दयानंद सरस्वती जी के 200वीं वर्षीय जयंती का रविवार को शुभारंभ बड़े हर्ष उल्लास व श्रद्धा-भाव से संसार के श्रेष्ठतम् कर्म अग्निहोत्र द्वारा किया गया। आज की मुख्य यजमान सोनिया पुरी जी थी। आर्य समाज के प्रधान रमेश चंद्र पहुजा ने स्वामी जी को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा की वैसे तो संसार में ऐसे महापुरुषों का अभाव नहीं रहा है जिन्होंने मानव-जाति के कल्याण के लिए किसी एक क्षेत्र को चुना, उस दिशा में भरसक प्रयत्न किये और सफलता भी प्राप्त की। परंतु स्वामी दयानंद जी के क्रांतिकारी चिंतन की यह विशेषता रही कि उन्होंने अपने अल्प जीवनकाल में ही धार्मिक, आध्यात्मिक, सामाजिक और राजनीतिक सभी क्षेत्रों में एक नव-चेतना फूंक दी।

इसी उपलक्ष्य में देहली में एक राष्ट्रीय स्तर पर विशाल समारोह का आयोजन किया गया जिसमें मुख्य अतिथि भारत के प्रधानमंत्री आदरणीय नरेंद्र मोदी जी थे। उनके लाईव टैलीकास्ट को दर्शाने के लिए सत्संग हॉल में एलईडी पर्दे का विशेष प्रबंध किया गया। इस अवसर पर आज के मुख्य/विशेष अतिथि, घनश्याम दास अरोड़ा, एमएलए यमुनानगर, राजेश सपरा, प्रधान, भारतीय जनता पार्टी यमुनानगर व विभोर पाहुजा, अध्यक्ष यमुनानगर मंडल थे। उनके आगमन पर उनका यथा विधि फूलों के गुलदस्तों के साथ स्वागत किया गया। राष्ट्रीय स्तर पर हो रहे कार्यक्रम में गुजरात के राज्यपाल महामहिम आचार्य देवव्रत जी ने प्रधानमंत्री जी का स्वागत किया। आदरणीय प्रधानमंत्री जी ने विशाल जनसमूह को संबोधित करते हुए सर्वप्रथम महर्षि दयानंद सरस्वती जी को नमन करते हुये श्रद्धा- सुमन अर्पित किये।