शहरों में स्वास्थ्य बुनियादी ढांचा मजबूत करने के लिए शहरी स्थानीय निकायों का सहयोग जरुरी

स्वास्थ्य सेवाओं को प्रदान करने में यूएलबी की भागीदारी से स्वास्थ्य सेवाओं की स्थिति में काफी सुधार होगा

शहरों में स्वास्थ्य बुनियादी ढांचा मजबूत करने के लिए शहरी स्थानीय निकायों का सहयोग जरुरी

नई दिल्ली : केंंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने स्वास्थ्य सेवाओं का बुनियादी ढ़ांचा मजबूत करने के लिए शहरी स्थानीय निकायों (यूएलबी) के सहयोग पर बल देते हुए कहा है कि इससे आम जनता को अधिक टिकाऊ, सुदृढ और सुरक्षित परिवेेश मिलेगा। केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव सुधांश पंत ने शुक्रवार को यहां ‘स्वास्थ्य प्रणालियों को मजबूत करने के लिए एक संयुक्त योजना विकसित करना’ विषय पर राष्ट्रीय शहरी स्वास्थ्य सम्मेलन की अध्यक्षता करते हुए कहा कि स्वास्थ्य सेवाओं को प्रदान करने में यूएलबी की भागीदारी से स्वास्थ्य सेवाओं की स्थिति में काफी सुधार होगा और साथ ही यह निवासियों के लिए स्वास्थ्य सेवाओं को और अधिक किफायती और सुलभ बनाया जा सकेगा। सम्मेलन में केंद्रीय आवास एवं शहरी कार्य मंत्रालय के सचिव मनोज जोशी भी उपस्थित थे।

श्री पंत ने कहा कि शहरी स्तर पर प्राथमिक और माध्यमिक स्वास्थ्य नेटवर्क को मजबूत करने की तत्काल आवश्यकता हैै। उच्च गुणवत्ता वाली स्वास्थ्य सेवाएँ प्रदान करने में महाराष्ट्र और गुजरात में शहरी स्थानीय निकायों के महत्वपूर्ण प्रभाव का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य सेवाएँ प्रदान करने में यूएलबी की भागीदारी से स्वास्थ्य सेवाओं की स्थिति में काफी सुधार होगा और साथ ही यह शहरी निवासियों के लिए स्वास्थ्य सेवाओं को अधिक किफायती और सुलभ बनेगी। स्वास्थ्य सचिव ने कहा कि स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय, आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय और राष्ट्रीय एवं राज्य मिलकर काम करेंगे। संबंधित अधिकारियों को आपस में तालमेल बनाना चाहिए। इससे शहरी आबादी के लिए अधिक टिकाऊ, स्वस्थ और सुरक्षित शहरी वातावरण तैयार होगा। उन्होंने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से बेहतर स्वास्थ्य देखभाल के लिए कमियों को दूर करने का प्रयास करने की अपील की।