भारत को विश्व की प्रमुख आर्थिक महाशक्ति बनाने के लिए सभी के मिलकर कार्य करने की जरूरत-मिश्र

श्री मिश्र ने युवाओं को ऐसे स्टार्टअप के लिए प्रोत्साहित करने पर भी जोर दिया जिससे वह स्वयं तो आत्मनिर्भर हों

भारत को विश्व की प्रमुख आर्थिक महाशक्ति बनाने के लिए सभी के मिलकर कार्य करने की जरूरत-मिश्र

जयपुर : राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्र ने भारत को विश्व की प्रमुख आर्थिक शक्ति बनाने के लिए सभी को मिलकर कार्य करने पर जोर दिया है। श्री मिश्र शुक्रवार को सीतापुरा स्थित जयपुर प्रदर्शनी और कन्वेंशन सेंटर में जैन इंटरनेशनल ट्रेड ऑर्गेनाइजेशन 'जीतो—2023' के उद्घाटन समारोह में संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि कौशल विकास के जरिए उद्यमशीलता को बढ़ावा मिलता है तो यह बहुत जल्द संभव हो सकता है। उन्होंने वैश्वीकरण में व्यवसायों को स्थानीय स्तर पर उत्कृष्ट उत्पाद तैयार करने के साथ उनके विपणन की भी कारगर नीति पर कार्य करने की आवश्यकता जताई। उन्होंने युवाओं को ऐसे स्टार्टअप के लिए प्रोत्साहित करने पर भी जोर दिया जिससे वह स्वयं तो आत्मनिर्भर हों ही, दूसरों को भी रोजगार प्रदान कर सकें। उन्होंने पर्यावरण संरक्षण की सोच के साथ उद्योग व्यवसायों के विकास की सोच पर कार्य करने का भी आह्वान किया।

उन्होंने कहा कि 'जीतो' से जुड़े उद्योगपति विश्व स्तर पर ऐसे उत्पाद हमारे यहां विकसित करने में मुख्य भूमिका निभाएं जिनका विश्व के सभी देशों में उनकी आवश्यकता के अनुरूप निर्यात हो सके। पर इस बात का भी ध्यान रखा जाए कि जो कुछ हमारे यहां उत्पादित हो या जो सेवाएं हमारे यहां से दी जाए—उनमें गुणवत्ता की दृष्टि से किसी प्रकार का समझौता नहीं हो। वे दूसरे देशों के मुकाबले सस्ती हों, टिकाऊ हो और हरेक वर्ग के लिए प्रयोग करने वाली हों। इसी से भारत व्यापार क्षेत्र में तेजी से आगे बढ़ सकेगा। राज्यपाल श्री मिश्र ने उद्योगों को ग्रीन टेक्नालोजी अपनाने, पारिस्थितिकी संतुलन और पर्यावरण संरक्षण को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए कार्य करने पर भी जोर दिया। उन्होंने महिला उद्यमिता को बढ़ावा देते हुए उनके आर्थिक सशक्तिकरण, लघु, मध्यम और छोटे उद्योगों को बढ़ावा देने, युवाओं के लिए रोजगार अवसर सृजित करने के लिए भी वृहद स्तर पर कार्य करने पर जोर दिया।

इस अवसर पर असम के राज्यपाल गुलाबचंद कटारिया ने कहा कि जैन समाज की यह राष्ट्र निर्माण की अभिनव पहल है। उन्होंने कहा कि जीतो द्वारा विश्व के 28 देशों में व्यवसाय से जुड़े उद्यमियों ने राष्ट्र के उद्योगों के विकास की पहल की। उन्होंने जैन समाज द्वारा प्रशासन, उद्योग और विभिन्न अन्य क्षेत्रों में बगैर ब्याज ऋण प्रदान कर युवाओं को आगे बढ़ाने के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने जीतो द्वारा 14 हजार जैन साधुओं को श्रमण आरोग्यम योजना से जोड़ने, आत्मनिर्भर भारत के जरिए प्रेरणा प्रदान वाले कार्यों को अनुकरणीय बताया। केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत ने जितो द्वारा भारत की आर्थिक संपन्नता की दृष्टि से किए जा रहे कार्यों को महत्वपूर्ण बताया। राज्यसभा सांसद श्री लहर सिंह सिरोइया ने सभी का आभार जताया।