प्रसिद्ध पर्यावरणविद् प्रो. अर्चना मिश्रा ने डीसीआरयूएसटी में कुलपति का कार्यभार संभाला

कुलपति प्रो.अर्चना मिश्रा की प्राथमिकता होगी नई शिक्षा नीति को लागू करना, शैक्षणिक और बुनियादी ढांचे के विकास परियोजनाओं में लाई जाएगी तेजी

प्रसिद्ध पर्यावरणविद् प्रो. अर्चना मिश्रा ने डीसीआरयूएसटी में कुलपति का कार्यभार संभाला

सोनीपत - प्रतिष्ठित पर्यावरणविद् प्रो. अर्चना मिश्रा, जो पहले सोनीपत में डॉ. बी.आर. अंबेडकर राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय की कुलपति ने आधिकारिक तौर पर दीनबंधु छोटू राम विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, मुरथल के कुलपति के रूप में कार्यभार ग्रहण किया है। वे प्रतिष्ठित शिक्षाविद प्रो. राजेंद्र कुमार अनायत की सेवानिवृत्ति के बाद कुलपति के रूप में कार्यभार ग्रहण कर लिया है।

विश्वविद्यालय पहुंचने पर कुलपति प्रो. अर्चना मिश्रा का पूर्व कुलपति प्रो.राजेंद्र कुमार अनायत, रजिस्ट्रार प्रोफेसर सुरेश कुमार, परीक्षा नियंत्रक डा.एम.एस.धनखड़ व शैक्षणिक अधिष्ठाता प्रो.आर.सी.नौटियाल व विभिन्न संकाय सदस्यों और कर्मचारियों द्वारा गर्मजोशी से स्वागत किया गया। पूर्च कुलपति प्रोफेसर अनायत ने प्रोफेसर अर्चना मिश्रा को उनके नए कार्यभार के लिए बधाई दी। पदभार ग्रहण करने से पहले कुलपति प्रो. अर्चना मिश्रा ने दीनबंधु छोटू की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की।

कुलपति प्रो. अर्चना मिश्रा ने हरियाणा के राज्यपाल एवं कुलाधिपति बंडारू दत्तात्रेय का आभार व्यक्त करते हुए, उनकी नियुक्ति के लिए धन्यवाद। कुलपति अर्चना मिश्रा ने कहा कि उनकी सर्वोच्च प्राथमिकता नई शिक्षा नीति को लागू करना और चल रही शैक्षणिक और बुनियादी ढांचे के विकास परियोजनाओं में तेजी लाना होगा। उन्होंने विश्वविद्यालय की उत्कृष्टता की दीर्घकालिक विरासत को स्वीकार किया और डीसीआरयूएसटी के कुलपति के रूप में सेवा करने के लिए सम्मान की गहरी भावना व्यक्त की। अपने आगमन के बाद, उन्होंने विभिन्न संकायों के अधिष्ठाता व विभागाध्यक्ष के साथ एक औपचारिक बैठक की अध्यक्षता की।

कुलपति प्रो. अर्चना मिश्रा एक शिक्षाविद और शोधकर्ता के रूप में 36 वर्षों से अधिक के शानदार करियर रहा है। एमएससी वनस्पति विज्ञान में प्रथम श्रेणी में प्रथम स्थान प्राप्त करने के बाद, वह इलाहाबाद विश्वविद्यालय से चांसलर पदक और स्वर्ण पदक प्राप्तकर्ता हैं। डॉ. अर्चना मिश्रा ने पर्यावरण और पारिस्थितिकी में विशेषज्ञता के साथ इलाहाबाद विश्वविद्यालय से मास्टर और पीएचडी की डिग्री प्राप्त की। उनके शोध कार्य जिसका शीर्षक "पर्णपाती वन पारिस्थितिकी तंत्र पर पारिस्थितिक अध्ययन" है, ने महत्वपूर्ण प्रशंसा अर्जित की है।

उन्होंने कई प्रतिष्ठित राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलनों और सेमिनार में सक्रिय रूप से भाग लिया है और शोधपत्र प्रस्तुत किए हैं और प्रतिष्ठित राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय पत्रिकाओं में पत्र और लेख लिखे हैं। कुलपति प्रो.अर्चना मिश्रा अब तक 20 पुस्तकें पर्यावरण व विज्ञान के विषय पर लिख चुकी हैं। वे सरकारी कॉलेजों, सरकारी सहायता प्राप्त कॉलेजों और स्व-वित्तपोषित कॉलेजों के लिए नैक ग्रेडिंग कार्य के लिए राष्ट्रीय मूल्यांकन और प्रत्यायन परिषद (NAAC), बेंगलुरु के साथ समन्वय करते हुए "नोडल अधिकारी" के रूप में कार्य किया है। कुलपति प्रो.अर्चना मिश्रा हरियाणा के अतिरिक्त कई शैक्षणिक, प्रशासनिक, अनुसंधान और व्यावसायिक निकायों की सदस्य हैं।

डॉ. बी.आर. अम्बेडकर राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय, सोनीपत में कुलपति का पद संभालने से पहले, डॉ. मिश्रा ने पंचकूला में सरकारी पीजी कॉलेज के प्राचार्य के रूप में कार्य किया। छात्रों के बीच नैतिक और आध्यात्मिक मूल्यों को स्थापित करने की उनकी अटूट प्रतिबद्धता ने उन्हें अपने कॉलेज में "क्वेस्ट सोसाइटी" शुरू करने के लिए प्रेरित किया। उनके नेतृत्व में, कॉलेज को उच्च शिक्षा विभाग (डीएचई) के प्रयास फ्रेमवर्क में हरियाणा के सर्वश्रेष्ठ कॉलेज के रूप में प्रशंसित किया गया था।