हिन्दू नव वर्ष पर शोभा यात्रा में झांकियां रही आर्कषण केन्द्र

जय श्रीराम के जयकारों से भक्तिमय हुआ माहौल, श्रद्धालु ढोल-नगाड़ों पर जमकर नाचे, शोभा यात्रा में उमडा लोगों का जनसैलाव, पुरानी अनाज मंडी में शुरू हुई शोभा यात्रा

हिन्दू नव वर्ष पर शोभा यात्रा में झांकियां रही आर्कषण केन्द्र

सोनीपत। विक्रम सम्वत् 2080 तथा नवरात्रों की पूर्व संध्या पर मंगलवार को शहर में हिन्दू नव वर्ष जागृति शोभायात्रा का आयोजन धूमधाम से किया गया। शोभा यात्रा का नेतृत्व स्वामी दिव्यानंद भिक्षु, गुरू सरोज माता एवं स्वामी दयानंद सरस्वती महाराज ने किया। शोभा यात्रा के दौरान लोग ढोल-नगाड़ों की थाप पर जमकर नाचे। शोभा यात्रा का आयोजन हिन्दू नव वर्ष जागृति मंडल की तरफ से किया गया। शहर की विभिन्न सामाजिक एवं धार्मिक संस्थाओं ने जगह-जगह पर यात्रा का फूलों की वर्षा कर स्वागत किया गया।

भाजपा नेता राजीव जैन व पूर्व मंत्री कविता जैन ने बताया कि अनेकों वर्षों से हम अंग्रेजी नव वर्ष बड़े उल्लास के साथ मनाते आ रहे हैं, परन्तु हिन्दू नव वर्ष पर ऐसा आयोजन पहली बार हो रहा है, ताकि हर भारतीय में विक्रम सम्वत् 2080 को मनाने की चेतना भी जागृत हो सके। राजीव जैन ने बताया कि शोभा यात्रा गुड़मण्डी, पुरानी अनाज मण्डी से शुरू होकर कालुपुर चुंगी, रेलवे फ्लाई ओवर, ओल्ड डीसी रोड़, कच्चे क्वार्टर, सुभाष चौक, रेलवे रोड़, गीता भवन चैक, बस अड्डा से होती हुई बाबा धाम पर सम्पन्न होगी।

शोभा यात्रा में बजरंग दल के युवा सदस्यों का मोटर साईकिलों पर सवार जत्था, भारत माता, महाराणा प्रताप, शहीद भगत सिंह, भगवान श्रीराम दरबार, माता शेरां वाली, गुरू गोबिन्द सिंह के पंज प्यारे, खाटु श्याम जी, हनुमान जी का स्वरूप की झांकी विशेष आकर्षण का केन्द्र रही। शोभा यात्रा में शहर की विभिन्न सामाजिक एवं धार्मिक संस्थाओं विश्व हिन्दू परिषद, बजरंग दल, गौरक्षा दल एवं समस्त गऊ शालायें, बाबाधाम, ओम शिव सेवा समिति, शिव सेवा समिति, राम परिवार, हरि संकीतर्ण मंडल, सुन्दर काण्ड यज्ञ समिति, श्रीराम मंदिर एवं अग्रवाल धर्मशाला, प्राचीन रामलीला सभा, प्राचीन ठाकुरद्वारा मंदिर, महावीर दल, सनातन धर्मसभा, खाटु श्याम मंदिर, श्याम मित्र मंडल, प्राचीन हनुमान मंदिर न्यू कोर्ट, जिला व्यापार मंडल, जन जागृति मंच, श्री श्याम बालाजी सेवा मंडल एवं श्री श्याम एकता परिवार मंडल, सभी गुरूद्वारा सभायें, समाज सेवा समिति, विवेकानंद शिक्षा समिति आदि के पदाधिकारीगण शामिल हुए।