मुस्लिम छात्रों के जीवन को संवारेगी योगी सरकार

यूपी के मदरसों में डिजिटल लिट्रेसी, कोडिंग और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को पढ़ाया जायेगा

मुस्लिम छात्रों के जीवन को संवारेगी योगी सरकार

लखनऊ : उत्तर प्रदेश की योगी सरकार पर एक वर्ग आरोप लगाता है कि वह अल्पसंख्यकों के साथ भेदभाव करती है जबकि सच्चाई यह है कि योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में प्रशासन ‘तुष्टिकरण किसी का नहीं और संतुष्टिकरण सभी का’, की नीति के तहत काम कर रहा है। योगी सरकार मदरसों के छात्र-छात्राओं को भी आधुनिक शिक्षा देना चाहती है ताकि वह भी तरक्की कर सकें। योगी सरकार की योजनाओं का लाभ पूरी पारदर्शिता के साथ अल्पसख्ंयक वर्ग को भी मिल रहा है। अब योगी सरकार ने जो फैसला किया है वह अल्पसंख्यक वर्ग के छात्रों के जीवन में बड़ा बदलाव ला सकता है। 

हम आपाके बता दें कि योगी सरकार मदरसों के छात्र/छात्राओं को मुख्य धारा से जोडऩे का निरन्तर कार्य कर रही है। अल्पसंख्यक कल्याण विभाग द्वारा अन्य बोर्ड से कदम ताल मिलाने के लिए बेसिक शिक्षा विभाग के साथ मिलकर मदरसा शिक्षा परिषद में दूरगामी कदम उठाया जा रहा है। इसके तहत राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 की अनुशंसाओं के क्रियान्वयन के सम्बंध में कल इन्दिरा गाँधी प्रतिष्ठान में स्कूलों एवं मदरसों के अध्यापकों के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है। प्रदेश के विद्यालयों एवं मदरसों के अध्यापकों के अभिमुखीकरण हेतु ‘‘ओरिएंटेशन मॉड्यूल ऑन ए.आई’ का शुभारम्भ किया जायेगा, जिससे मदरसों के छात्र-छात्राओं के पाठ्यक्रम में डिजिटल लिट्रेसी, कोडिंग एवं आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को शामिल कर कम्प्यूटेशनल थिंकिंग को बढ़ावा मिल सकेगा।

7442 मदरसों में दिए गए विज्ञान-गणित किट

अल्पसंख्यक कल्याण, मुस्लिम वक्फ एवं हज मंत्री धर्मपाल सिंह ने बताया कि बच्चों का आधार प्रमाणीकरण कराया गया है। वर्तमान में प्रदेश के 16,513 मदरसों में 13,92,325 छात्र/छात्राएं अध्ययनरत हैं। मदरसों में बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा पुस्तकें उपलब्ध करायी जा रही हैं। अभी तक कुल 1275 मदरसों में कम्प्यूटर दिये जा चुके हैं। 7442 मदरसों में बुक बैंक, विज्ञान किट व गणित किट दिये जा चुके हैं। 

एआई की जानकारी देने के लिए बनाए गए 22 वीडियो

अल्पसंख्यक कल्याण एवं वक्फ विभाग की अपर मुख्य सचिव मोनिका एस गर्ग के नेतृत्व में टीम उपाय ने मदरसों और स्कूलों के अध्यापकों को ्रद्य की जानकारी देने के लिए विषय विशेषज्ञों के सहयोग से 22 वीडियो बनाए हैं। ्रद्य की शिक्षा में निवेश आने वाली पीढिय़ों में किया गया निवेश है। इसमें मदरसों के छात्रों को इस नई तकनीक की जानकारी मिलने से वो नई टेक्नोलॉजी का अध्ययन विश्वस्तरीय कॉलेजों में कर पायेंगे।

प्रदेश में हैं 16513 मदरसे

उल्लेखनीय है प्रदेश में कुल 16513 मदरसे हैं, जिसमें 560 राज्यानुदानित एवं 121 मदरसों में मिनी आई0 टी0 आई0 संचालित हैं। प्रदेश की सरकार ने मदरसों को मुख्य धारा से जोडऩे और अन्य बोर्डों के समान शिक्षा प्रदान करने के लिए समय-समय पर यथाआवश्यक संशोधन किये हैं। उप्र मदरसा शिक्षा परिषद द्वारा संचालित मदरसों में अध्ययनरत छात्रों के ज्ञान को विस्तारण देना समसामयिक शिक्षा के लिए प्रोत्साहन देना, सामाजिक एवं राष्ट्रीय एकता का विकास करना और उन्हें मुख्य धारा से जोडऩे के उद्देश्य से उ0प्र0 अशासकीय अरबी और फारसी मदरसा मान्यता प्रशासन एवं सेवा विनियमावली 2016 में संशोधन किया गया और शैक्षिक सत्र 2017 से मदरसों में शिक्षण का माध्यम उर्दू के साथ-साथ हिन्दी और अंग्रेजी किया गया।