बीते मार्च माह के आखिरी सप्ताह में 1.98 लाख की रिश्वत लेते 9 भ्रष्टाचारी गिरफ्तार

रिश्वत के आरोप में रंगे हाथ पकडे़ गए इन भ्रष्टाचारियों में फरीदाबाद नगर निगम के दो कर्मचारी, दो पुलिस अधिकारी, वन विभाग के तीन, प्रधान महालेखाकार का एक अधिकारी और एक ग्राम सचिव शामिल है।

बीते मार्च माह के आखिरी सप्ताह में 1.98 लाख की रिश्वत लेते 9 भ्रष्टाचारी गिरफ्तार

चंडीगढ़- हरियाणा एंटी करप्शन ब्यूरो ने प्रदेश में भ्रष्टाचार के खिलाफ राज्य सरकार की जीरो टॉलरेंस नीति के तहत बीते मार्च माह के आखिरी सप्ताह के दौरान 1.98 लाख रुपये की रिश्वत लेते 9 भ्रष्ट अधिकारियों व कर्मचारियों को गिरफतार किया है। रिश्वत के आरोप में रंगे हाथ पकडे़ गए इन भ्रष्टाचारियों में फरीदाबाद नगर निगम के दो कर्मचारी, दो पुलिस अधिकारी, वन विभाग के तीन, प्रधान महालेखाकार का एक अधिकारी और एक ग्राम सचिव शामिल है।

एंटी करप्शन ब्यूरो के प्रवक्ता ने आज यहां यह जानकारी देते हुए बताया कि पहले मामले में सुनील अग्रवाल की शिकायत पर ब्यूरो की टीम ने फरीदाबाद नगर निगम के दो कर्मचारियों को 20,000 रुपये की रिश्वत लेेेने के आरोप में काबू किया। आरोपियों की पहचान क्लर्क अजय कुमार और पीयन विनोद कुमार के रूप में हुई है। दोनों शिकायतकर्ता की प्रॉपर्टी आईडी बनाने की एवज में पैसे की मांग कर रहे थे। शिकायतकर्ता जो रिश्वत नहीं देना चाहता था, उसने ब्यूरो से संपर्क किया और जानकारी की पुष्टि करने के बाद एक टीम ने रेड करते हुए दोनो को काबू कर लिया।

मामले को रफा दफा करने के लिए चैकी इंचार्ज ने मांगी घूस

एक अन्य मामले में जिला यमुनानगर के रादौर में एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने खेड़ी लक्खा सिंह चैकी प्रभारी एएसआई कंवल सिंह को एक व्यक्ति से 8000 रुपये रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा है। चैकी इंचार्ज एक मामले को रफा दफा करने की एवज में 8 हजार रुपये की घूस मांग रहा था।

वहीं एक अन्य मामले में भिवानी जिले के बवानी खेडा पुलिस थाने में तैनात महिला सब-इंस्पेक्टर मुन्नी को 5000 रुपये की रिश्वत लेते हुए ब्यूरो की टीम ने रंगे हाथ गिरफ्तार किया गया। बवानीखेड़ा पुलिस थाने में एक मामले में जांच अधिकारी सब इंस्पेक्टर मुन्नी देवी द्वारा रिश्वत मांगने की शिकायत मिली थी। जिस पर एक्शन लेते हुए आरोपी पुलिस अधिकारी को रंगे हाथों काबू किया गया।

फर्म को ब्लैकलिस्ट करने की धमकी देकर मांग रहे थे रिश्वत

अंबाला में एंटी करप्शन ब्यूरो ने हरियाणा वन विकास निगम में बड़ी कार्रवाई करते हुए 1 लाख रुपये की रिश्वत लेते 3 अधिकारी व कर्मचारियों को रंगे हाथ काबू किया। अधिकारियों ने टेंडर को निरस्त करने व फर्म को ब्लैकलिस्ट करने की धमकी देते हुए रिश्वत मांगी थी। पकड़े गए आरोपियों की पहचान फोरेस्टर विजय कुमार, फॉरेस्ट गार्ड प्रिंस और मैनेजर राकेश कुमार के रूप में हुई है।

सिविल इंजीनियर की शिकायत पर पकड़ा ऑडिट ऑफिसर

भ्रष्टाचार पर एक और कार्रवाई के तहत एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम द्वारा नगरपालिका घरौंडा करनाल में कार्यरत सिविल इंजीनियर से 50 हजार रुपए की रिश्वत मांगने वाले प्रधान महालेखाकार (आॅडिट) कार्यालय के सहायक ऑडिट ऑफिसर प्रेम चंद को रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया। आरोपी योजना के कागजातों के जांच के दौरान कागजातों में कमी निकालकर अनावश्यक दबाव बनाते हुए रिश्वत की मांग कर रहा था।

इसी प्रकार, कैथल में एसीबी की टीम ने ग्राम सचिव मनदीप को 15000 रुपए रिश्वत के साथ रंगे हाथों गिरफ्तार किया। गांव कोटड़ा निवासी भगवतीचरण ने शिकायत दी थी की पुरानी पेमेंट को रिलीज करवाने के नाम पर ग्राम सचिव रिश्वत की मांग की है। जिसके बाद विजिलेंस की टीम ने शिकायत करते ही तुरंत ही मामले को संज्ञान ले लिया। जिसके बाद रेड की गई और आरोपी को 15000 रुपये रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया है।

गिरफ्तार किए गए सभी आरोपियों के खिलाफ एंटी करप्शन ब्यूरो के संबंधित थानों में मुकदमा दर्ज किया गया है। सभी मुकदमों में आगे की जांच की जा रही है।