हरियाणा के बाल वैज्ञानिकों ने राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस में दिखाया बहुमुखी प्रतिभा का जलवा

कार्यक्रम के दौरान बाल वैज्ञानिकों ऐतिहासिक स्थलों साबरमती आश्रम, अटल ब्रिज, दुनिया का सबसे ऊंचे स्टेच्यू आफ यूनिटी, जंगल सफारी व बांध का भ्रमण रोंमांचपूर्ण रहा। साथ ही तीन दिन साईंस सिटी का अवलोकन काफी ज्ञानवर्धक रहा।

हरियाणा के बाल वैज्ञानिकों ने राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस में दिखाया बहुमुखी प्रतिभा का जलवा
सोनीपत ।  30वीं राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस का आयोजन एनसीएसटीसी, डीएसटी भारत सरकार एवं गुजरात कौंसिल आफ साईंस एंड टैक्नोलोजी द्वारा संयुक्त रूप से साईंस सिटी गुजरात में पांच दिवसीय किया गया। इसमें हरियाणा से 21 सदस्यीय बाल वैज्ञानिकों एवं एस्कार्ट अध्यापकों ने कृष्ण वत्स राज्य संयोजक के नेतृत्व में भाग लिया। कार्यक्रम में पूरे देश व खाड़ी देशों के लगभग 680 बाल वैज्ञानिकों ने भाग लिया। बाल वैज्ञानिकों ने इस वर्ष के मुख्य विषय " स्वास्थ्य एवं कल्याण के लिए पारितंत्र" विषय पर लगभग 16 भाषाओं में अपने प्रोजेक्ट की प्रस्तुतियां दी। विषय से संबंधित समस्याओं का चयन करके बाल वैज्ञानिकों ने रचनात्मक एवं नवाचारी वैज्ञानिक समाधान दिये।
कार्यक्रम के दौरान बाल वैज्ञानिकों ऐतिहासिक स्थलों साबरमती आश्रम, अटल ब्रिज, दुनिया का सबसे ऊंचे स्टेच्यू आफ यूनिटी, जंगल सफारी व बांध का भ्रमण रोंमांचपूर्ण रहा। साथ ही तीन दिन साईंस सिटी का अवलोकन काफी ज्ञानवर्धक रहा। विशेष कर रोबोट गैलेरी व एक्वेरियम गैलेरी के साथ थ्रीडी थियेटर का अनुभव रोमांचित करने वाला रहा। सांस्कृतिक कार्यक्रमों के माध्यम से बाल वैज्ञानिकों ने पूरे देश की संस्कृति को जाना। हरियाणा की सामूहिक डांस की प्रस्तुति काफी सराहनीय और शानदार रही। इस अवसर पर नेचर पार्क साईंस सिटी में हरियाणा की टीम द्वारा पौधारोपण भी किया गया। डा पवन कुमार राज्य एकेडमिक संयोजक, डॉ मदन अग्रवाल, सूर्या शर्मा, वंदना धीमान, शाहिना ने बतैर एस्कार्ट टीचर भाग लिया। बाल वैज्ञानिकों की शानदार उपलब्धि पर हरियाणा विज्ञान मंच के अध्यक्ष प्रो. विनीता शुक्ला, सचिव सतबीर नागल, उपप्रधान वेदप्रिय और कृष्ण मलिक ने टीम को शुभकामनाएं व बधाई दी।