अंबुजा फाउंडेशन नागौर और पाली जिले में करेगा 26 जलनिकायों का पुनरुद्धार

अंबुजा फाउंडेशन की निदेशक और सीईओ पर्ल तिवारी ने बताया कि नीति आयोग के दिशा निर्देशों के अनुसार अंबुजा फाउंडेशन इन दोनों जिलों के 26 जल निकायों के गहरीकरण का कार्य शीघ्र ही आरंभ करने जा रहा है

अंबुजा फाउंडेशन नागौर और पाली जिले में करेगा 26 जलनिकायों का पुनरुद्धार

जयपुर - अंबुजा फाउंडेशन राजस्थान के नागौर और पाली जिले में 26 जलनिकायों का पुनरुद्धार करेगा और इसके लिए इन जलनिकायों के गहरीकरण का कार्य शीघ्र शुरु किया जायेगा।

अंबुजा फाउंडेशन की निदेशक और सीईओ पर्ल तिवारी ने बताया कि नीति आयोग के दिशा निर्देशों के अनुसार अंबुजा फाउंडेशन इन दोनों जिलों के 26 जल निकायों के गहरीकरण का कार्य शीघ्र ही आरंभ करने जा रहा है और आगामी मानसून की शुरुआत से पहले गहरीकरण कार्य को पूरा करने का लक्ष्य है जिससे वर्षा से प्राप्त होने वाले जल को एकत्रित किया जा सके। उन्होंने बताया कि पाली जिले में राबडियावास, बलाड़ा, लाम्बिया, पाटन, रास एवं बख्तावरपुरा तथा

नागोर जिले में खेरवाड़ एवं सोलियाना आदि गांवों में यह कार्य किया जायेगा।

यह पहल प्रधानमंत्री के 'अमृत सरोवर' के दृष्टिकोण के अनुरूप है जिसके तहत आजादी का अमृत महोत्सव के एक भाग के रूप में देश के प्रत्येक जिले में 75 जल निकायों का विकास और कायाकल्प किये जाने का लक्ष्य तय किया गया है।

इन जल निकायों को पुनर्जीवित करने से नागौर और पाली जिले में दो लाख 32 हजार सेंटीमीटर घनमीटर अतिरिक्त जल भंडारण क्षमता का विस्तार होगा और 17 गांवों को पर्याप्त पानी भी मिल सकेगा। सतत विकास की सुनिश्चितता के लिए, अंबुजा फाउंडेशन समुदाय आधारित संस्थानों का गठन करेगा और ग्रामीणों को पुनरुद्धार कार्य में सम्मिलित भी करेगा। इसके लिए लोगों से मिट्टी की खुदाई, ट्रैक्टरों से उत्खनन और तालाबों से गाद (सिल्ट) हटाने और सिल्ट को खेतों तक पहुंचाने जैसे कार्य कराये जाएंगे। सिल्ट को मिट्टी की नमी के लिए अत्यधिक लाभदायक माना जाता है और इस प्रकार इन तालाबों से निकाली गई सिल्ट आने वाले मौसम में फसल उत्पादकता बढ़ाने में सहायक होगी।

नीति आयोग ने इस परियोजना को आगामी मानसून की शुरुआत से पहले सफलतापूर्वक पूरा करने के लिए अंबुजा फाउंडेशन को नागौर और पाली के जिला प्रशासन के साथ मिलकर काम करने के लिए स्वीकृति दी है। इस पहल के लिए अंबुजा फाउंडेशन, जल संसाधन विभाग, ग्रामीण विकास विभाग और भूमि संसाधन विभाग द्वारा चलाई जाने वाली किसी भी योजना का लाभ उठाने के लिए भी स्वतंत्र है।

जल समृद्ध गांव निर्मित करने के लिए जल हमेशा से हमारी प्रमुख पहलों में से एक रहा है। नीति आयोग की स्वीकृति के चलते जिला प्रशासन के सहयोग से हमारी ऑन-ग्राउंड टीम के लिए नागौर और पाली में हमारी परियोजना को पूरा करना और भी आसान हो जाएगा।

अंबुजा फाउंडेशन अपने जल संसाधन प्रबंधन कार्यक्रम के तहत पिछले 19 वर्षों से राजस्थान में पारंपरिक जल निकायों को पुनर्जीवित करने, जल संचयन संरचनाओं का निर्माण या नवीनीकरण करने और मिट्टी की नमी को संरक्षित करने का काम कर रहा है।