उत्तर प्रदेश से कुमार विश्वास को राज्यसभा भेजने की तैयारी में BJP! कोर कमेटी की बैठक में चर्चा

हालांकि अभी भी पुष्टि का इंतजार है।इसके अलावा कुमार विश्वास को गाजियाबाद से लोकसभा चुनाव लड़ने की भी तैयारी है। इसकी भी चर्चा उत्तर प्रदेश की राजनीति में खूब चल रही है।

उत्तर प्रदेश से कुमार विश्वास को राज्यसभा भेजने की तैयारी में BJP! कोर कमेटी की बैठक में चर्चा

उत्तर प्रदेश :  सात राज्यसभा सीटों के लिए भाजपा ने 35 नाम की एक सूची बनाई है। दिलचस्प बात यह है कि इस सूची में तेज-तर्रार प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी को दोबारा भेजने के साथ-साथ कुमार विश्वास के नाम पर भी चर्चा की गई है। हाल के दिनों में देखें तो कुमार विश्वास पूरी तरीके से भाजपा के रंग में रंगे हुए नजर आ रहे हैं।

ऐसे में अगर पार्टी की ओर से उन्हें राज्यसभा भेजा जाता है तो इसमें किसी को आश्चर्य नहीं होगा। सोमवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आवास पर भाजपा की कोर कमेटी की बैठक हुई थी। इसी बैठक में इन 35 प्रत्याशियों के नाम को लेकर चर्चा की गई है।

कुमार विश्वास को लेकर इस तरीके की चर्चा की जा रही है। हालांकि अभी भी पुष्टि का इंतजार है। इसके अलावा कुमार विश्वास को गाजियाबाद से लोकसभा चुनाव लड़ने की भी तैयारी है।

इसकी भी चर्चा उत्तर प्रदेश की राजनीति में खूब चल रही है। ऐसे में बड़ा सवाल यह है कि आखिर कुमार विश्वास को लेकर भाजपा की क्या रणनीति है? सवाल यह भी है कि क्या कुमार विश्वास सीधे तौर पर भाजपा में शामिल होना पसंद करेंगे? कुमार विश्वास अन्ना आंदोलन में सक्रिय रहे।

इसके बाद उन्होंने अरविंद केजरीवाल के साथ मिलकर आम आदमी पार्टी बनाई। बाद में अरविंद केजरीवाल से उनकी दूरियां बढ़ी और उन्होंने राजनीति से दूर होना बेहतर समझा। हाल के दिनों में वह लगातार कथा वाचन और कविताओं के जरिए लोगों के बीच रहते हैं। रामचरितमानस को लेकर भी वह विशेष व्याख्यान देते हैं।

अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के बाद कुमार विश्वास पर बेहद खुश नजर आए। प्राण प्रतिष्ठा समारोह के दिन वहां मौजूद रहे। उन्होंने इसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का धन्यवाद भी दिया था।

उत्तर प्रदेश में 10 राज्य सभा की सीटें खाली हो रही है। इनमें से सात भाजपा के खाते में है वही तीन समाजवादी पार्टी के खाते में है। 7 सीटों पर भाजपा के दावेदारी मजबूत है दो पर समाजवादी पार्टी की।

तीसरी सीट भी समाजवादी पार्टी के खाते में जा सकती है। लेकिन अगर भाजपा चाहे तो वहां अपना उम्मीदवार उतार कर राजनीतिक गतिविधि को बढ़ावा दे सकती है।