147 पुलिस कर्मियों के बच्चों को मिलेगा रोजगार, प्रशिक्षण का खर्चा वहन करेगा महकमा

पुलिसकर्मियों के कल्याण तथा विभाग के प्राथमिकता क्षेत्रों को लेकर विस्तार से की गई चर्चा

147 पुलिस कर्मियों के बच्चों को मिलेगा रोजगार, प्रशिक्षण का खर्चा वहन करेगा महकमा

चंडीगढ़ : प्रदेश के चतुर्थ श्रेणी, अनुबंध आधार और पार्ट टाइम नौकरी करने वाले पुलिस कर्मियों के बच्चों के कौशल को निखारने के लिए प्रशिक्षण का खर्चा महकमा उठाएगा। उसके बाद उन्हें नौकरी दिलाई जाएगी। पहले चरण में 147 पुलिस कर्मियों के बच्चों की सूची तैयार की गई है। इसके साथ ही 50 वर्ष से अधिक आयु के पुलिस कर्मियों के बच्चों को भी उनकी शैक्षणिक योग्यता के आधार पर नौकरी दिलाने की योजना तैयार की गई है। गुरुवार को पुलिस महानिदेशक शत्रुजीत कपूर ने वरिष्ठ अधिकारियों की साप्ताहिक बैठक में विभाग द्वारा प्राथमिकता के आधार पर किए जाने वाले कार्यों की समीक्षा की।
बैठक में पुलिसकर्मियों के बच्चों को रोजगार दिलवाने तथा प्रशिक्षण आदि को लेकर रिपोर्ट प्रस्तुत की गई। बैठक में आधुनिकीकरण एवं कल्याण विंग के एआईजी वेलफेयर राजीव देशवाल ने बताया कि पुलिस कर्मियों के बेरोजगार बच्चों को प्रशिक्षण देने तथा रोजगार दिलवाने के लिए प्रथम चरण में 147 पुलिसकर्मियों के बच्चों की सूची तैयार की गई है। इन सभी युवाओं का उनकी रुचि के अनुरूप कौशल विकास किया जाएगा। उन्होंने बताया कि इनका प्रशिक्षण अलग-अलग बैच बनाते हुए शुरू किया जा रहा है। ड्राइविंग के लिए रोहतक तथा हिसार में बच्चों की 10-10 के बैच में ट्रेनिंग शुरू की गई है ।
सिक्योरिटी गार्ड के लिए भोंडसी में 15 अक्टूबर से प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू करवाया जाएगा । बैठक में बताया गया कि इन सभी युवाओं की उनकी शैक्षणिक योग्यता तथा रुचि के आधार पर ट्रेनिंग करवाई जा रही है। इसी प्रकार, युवाओं की ट्रेनिंग करवाने के लिए बैंक के अधिकारियों के साथ विस्तृत कार्य योजना बनाते हुए कार्य किया जा रहा है। बैठक में एडीजीपी सीआईडी आलोक मित्तल, एडीजीपी साइबर ओ पी सिंह, एडीजीपी आधुनिकीकरण एवं कल्याण आलोक कुमार राय, एडीजीपी लॉ एंड ऑर्डर ममता सिंह, एडीजीपी एडमिन कला रामचंद्रन , एडीजीपी क्राइम अजय सिंघल, एडीजीपी आईटी अर्शिनदर चावला, आईजी आईटी अमिताभ ढिल्लों, आईजी एडमिन संजय सिंह व एआईजी प्रोविजनिंग कमलदीप गोयल प्रमुख रूप से मौजूद रहे।
महिला पुलिस कर्मियों के बच्चों की देखभाल के लिए थानों में खोले गए हैं क्रेच
बैठक में महिला पुलिसकर्मियों के वेलफेयर को लेकर भी विचार विमर्श किया गया। बैठक में डीआईजी महिला सुरक्षा नाज़नीन भसीन ने बताया कि जिन महिला पुलिसकर्मियों के बच्चे छोटे हैं उनके लिए जिलों के महिला पुलिस थानों में क्रेच खोले गए हैं। उन्होंने बताया कि प्रदेश में इस प्रकार के 33 क्रेच खोले गए हैं जहां पर महिला पुलिसकर्मियों के बच्चों की देखभाल के लिए स्टाफ नियुक्त किया गया है।  

डीजीपी ने दुर्घटना के दौरान जान गंवाने वाले पुलिसकर्मियों के परिजनों को भेंट किए चैक
पुलिस महानिदेशक शत्रुजीत कपूर ने आज दुर्घटना के दौरान अपनी जान गंवाने वाले पुलिसकर्मियों के परिजनों को 1 करोड़ तथा 50 लाख रुपये की राशि का चैक भेंट किया। पुलिसकर्मियों के परिजनों को यह राशि आधुनिकीकरण एवं कल्याण विंग द्वारा संचालित की जा रही विभिन्न योजनाओं के तहत उपलब्ध करवाई गई है। इसी श्रृंखला में आज सोनीपत, पंचकूला तथा यमुनानगर जिला के 3 पुलिसकर्मियों के परिजनों को चैक वितरित किए गए हैं। पंचकूला जिला में कार्यरत महिला इंस्पेक्टर स्वर्गीय नेहा के परिजनों को 1 करोड़ रुपये, सोनीपत जिला की महिला हैड कांस्टेबल स्वर्गीय बबीता के परिजनों को 1 करोड़ रुपये तथा यमुनानगर के एसपीओ स्वर्गीय सतपाल के परिजन को 50 लाख रुपये की राशि का चैक भेंट किया गया।