हरियाणा में सूरजमुखी बीज न्यूनतम मूल्य को लेकर किसानों का प्रदर्शन

भाजपा सरकार न किसान की है, न जवान की है, न पहलवान की : कांग्रेस

हरियाणा में सूरजमुखी बीज न्यूनतम मूल्य को लेकर किसानों का प्रदर्शन

शाहाबाद : हरियाणा के कुरुक्षेत्र के शाहाबाद में सूरजमुखी के बीज के न्यूनतम समर्थन मूल्य की मांग को लेकर किसानों का विरोध प्रदर्शन जारी है। किसानों का यह प्रदर्शन मंगलवार को शुरू हुआ था। प्रदर्शनकारी किसान लगातार यह दावा कर रहे हैं कि सरकार एमएसपी पर सूरजमुखी के बीज नहीं खरीद रही है, जिसके चलते उन्हें अपनी उपज निजी खरीदारों को 6,400 रुपये एमएसपी के मुकाबले लगभग 4,000 रुपये प्रति क्विंटल के भाव पर बेचने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है। किसानों का यह भा आरोप है कि पुलिस ने उनपर बल प्रयोग किया है। 

हरियाणा में किसानों के प्रदर्शन पर कांग्रेस सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि किसान मांग कर रहे थे कि उन्हें न्यूनतम समर्थन मूल्य मिले लेकिन उन्हें क्या लाठियां। ये लाठियां सरकार की वादाखिलाफी का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि जिस सरकार ने किसान आंदोलन को खत्म करने के लिए रूस्क्क को कानूनी गारंटी देने के लिए एक समिति बनाने का वादा किया था। हम मांग करते हैं कि तुरंत हरियाणा और उत्तर भारत में रूस्क्क पर सूरजमुखी की फसल की खरीद शुरू हो। उन्होंने भाजपा पर हमला करते हुए कहा कि यह साफ हो चुका है कि यह सरकार न किसान की है, न जवान की है, न पहलवान की है। यह सरकार सिर्फ धनवान की है। भाजपा सरकार का नारा है-पिटे किसान, जय धनवान।

किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि हरियाणा के कुरुक्षेत्र में धरना दे रहे किसानों पर हरियाणा पुलिस के द्वारा बल प्रयोग करना निंदनीय कार्रवाई है। उन्होंने कहा कि गिरफ्तार किए गए किसानों व किसान नेताओं को पुलिस तत्काल रिहा करें नहीं तो हम आंदोलन के लिए तैयार रहेंगे। उल्लेखनीय है कि बड़ी संख्या में किसानों ने मंगलवार दोपहर कुरुक्षेत्र के शाहबाद के पास राष्ट्रीय राजमार्ग को जाम कर दिया था। किसान मांग कर रहे थे कि सरकार एमएसपी पर सूरजमुखी के बीज की खरीद करे। पुलिस ने कई लोगों को हिरासत में भी लिया था।