राज्यपाल ने राज्य शिक्षक पुरस्कार समारोह में प्रदेश में 69 शिक्षकों को किया सम्मानित

कहा, डा सर्वपल्ली राधाकृष्णन आज भी लाखो युवाओं के लिए प्रेरणा स्त्रोत, उनके विचारों को ग्रहण कर सफलता को करें हासिल, समारोह में विद्यालय शिक्षा विभाग तथा यूनिसेफ द्वारा पी2ई फाइनेंसिल लिटरेसी प्रोग्राम का ब्रॉशर किया गया लांच

राज्यपाल ने राज्य शिक्षक पुरस्कार समारोह में प्रदेश में 69 शिक्षकों को किया सम्मानित

चंडीगढ़ : राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने विद्यालय शिक्षा विभाग द्वारा आयोजित राज्य शिक्षक पुरस्कार समारोह में शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले प्रदेश के 69 शिक्षको को सम्मानित किया। समारोह का शुभारंभ राज्यपाल द्वारा देश के पूर्व राष्ट्रपति स्व. डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन के चित्र पर पुष्प अर्पित करते हुए किया गया। इस अवसर पर हरियाणा विधानसभा के अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता तथा स्कूल शिक्षा मंत्री कंवरपाल भी उपस्थित थे।
समारोह में स्कूल शिक्षा विभाग तथा यूनिसेफ द्वारा पासपोर्ट टू अर्निंग(पी2ई) फॉर स्कूल्स लर्निंग लिटरेसी कार्यक्रम का ब्रॉशर भी राज्यपाल द्वारा लांच किया गया। राज्यपाल ने कहा कि आज शिक्षक दिवस के अवसर पर हमें आत्ममंथन करना चाहिए कि सभी को शिक्षा प्रदान करने का लक्ष्य प्राप्त करने में क्या-क्या बाधाएं हैं और उनका निवारण कैसे किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि सरकार का प्रयास है कि कोई भी बच्चा शिक्षा से वंचित ना रहे। इसी दिशा में सरकार द्वारा प्रदेश में 1125 विशेष प्रशिक्षण केंद्र खोले गए हैं जिनमें 28,139 आउट ऑफ स्कूल चिल्ड्रन को 6 महीनों का विशेष प्रशिक्षण देकर सामान्य स्कूलों में प्रवेश दिलाने की दिशा में काफी अच्छी कोशिश की गई है।
हरियाणा विधानसभा के अध्यक्ष श्री ज्ञानचंद गुप्ता ने कहा कि अच्छे शिक्षक देश के निर्माता होते हैं जो विद्यार्थियों को तराशते हुए उन्हें राष्ट्र हित का निर्माण करने के लिए दिशा प्रदान करते है। उन्होंने कहा कि युवा किसी भी देश की रीड़ की हड्डी के समान है और अगर युवा कमजोर होगा तो देश कमजोर होगा। उन्होंने कहा कि युवाओं को यह संकल्प लेना होगा कि वे नशे से दूर रहेंगे और इसका सेवन नहीं करेंगे।
समारोह में स्कूल शिक्षा मंत्री कंवरपाल ने कहा कि शिक्षक साधारण नहीं होता वह देश का भविष्य लिखता है। बच्चे के जीवन में उसके माता-पिता से अधिक प्रभाव एक अध्यापक का होता है। एक अच्छा अध्यापक बच्चों में हुनर तराशने के साथ-साथ उन्हें अच्छे संस्कार देता है। इस मौके पर माध्यमिक शिक्षा विभाग के निदेशक डॉ अंशज सिंह ने आए हुए अतिथियों का स्वागत किया जबकि मौलिक शिक्षा विभाग के निदेशक आरएस ढिल्लो से धन्यवाद ज्ञापित किया।
खेल पिटारा तैयार करने पर डॉ. विजय चावला को मिला सर्वश्रेष्ठ शिक्षक अवार्ड
हिंदी प्राध्यापक डॉ. विजय कुमार चावला को खेल पिटारा तैयार करने और नवाचारों के प्रयोग पर सर्वश्रेष्ठ शिक्षक अवार्ड मिला। उन्होंने सूचना संचार तकनीक का सफल प्रयोग कर न केवल हरियाणा में बल्कि पूरे भारत में अपनी एक अलग पहचान बनाई है। उनके के मार्गदर्शन में विद्यार्थी स्वयं सॉफ्टवेयर में ऑनलाइन खेल तैयार कर रहे हैं।  इसके साथ्ज्ञ ही तेलंगाना राज्य में डॉ चावला द्वारा तैयार हिंदी भाषायी खेल लागू हुए हैं। एनसीईआरटी पाठ्यपुस्तक निर्माण समिति के सदस्य के रूप में नई पाठ्यपुस्तक सारंगी भाग एक और दो में अपना योगदान दिया है। हिंदी भाषा शिक्षण को रुचिकर व आनंदमयी बनाने के लिए स्वयं के खर्चे से 15 खेलों की ‘खेल-पिटारा’ नामक खेल-किट तैयार की है, इसके साथ ही हिन्दी व्याकरण शिक्षण को रुचिकर बनाने के लिए तैयार की हिन्दी भाषा लैब भी बनाई है।