सूरत से चलकर अयोध्या जा रहे पत्नी और बच्चों के साथ सफर में पति की अचानक हुई मौत

महिला को पता ही नहीं चला कि कब उसके पति ने उसके कंधे पर सिर रखकर दम तोड़ दिया

सूरत से चलकर अयोध्या जा रहे पत्नी और बच्चों के साथ सफर में पति की अचानक हुई मौत

झांसी : अपने पति रामकुमार के साथ अयोध्या जा रही एक महिला को पता ही नहीं चला कि कब उसके पति ने उसके कंधे पर सिर रखकर दम तोड़ दिया। अहमदाबाद के सूरत से यात्रा करने वाला पति रामकुमार अपनी पत्नी के साथ रात में सोया, इसके बाद सुबह 8 बजे तक उठा ही नहीं। पत्नी ने अपने पति को लाख उठाने की कोशिश की लेकिन जब आंख नहीं खुली तो पत्नी सदमे में आ गई। पति की मौत ट्रेन के अंदर हो गई है, इसको लेकर दूसरे यात्री डरे नहीं, इसका ध्यान रखते हुए पत्नी अपने पति के शव को 13 घंटे की लंबी यात्रा के दौरान खुद से चिपकाकर झांसी ले आई।

सूरत से चलकर अयोध्या जा रहे पत्नी और बच्चों के साथ सफर में पति की अचानक मौत हो गई। पति की मौत हो जाने की जानकारी पत्नी को हुई तो उसने ट्रेन में किसी को बिना बताए शव से लिपटकर लेटी रही. जब झांसी पहुंची तब सूचना पर जीआरपी ने शव को ट्रेन से उतारा. ट्रेन की बोगी के अंदर से शव निकलता देख सफर कर रहे दूसरे यात्री भी दंग रह गए।

झांसी में अहमदाबाद से चलकर अयोध्या जाने वाली साबरमती एक्सप्रेस के स्लीपर कोच क्रमांक एस-6 की सीट क्रमांक 43, 44, 45 पर रामकुमार निवासी ग्राम मजलाई, थाना इनायत नगर, अयोध्या अपनी पत्नी प्रेमा, दो छोटे-छोटे बच्चों व साथी सुरेश यादव के साथ यात्रा कर रहा था। वह सूरत से अयोध्या के लिए ट्रेन में बैठा था। यात्री के साथी के अनुसार सफर के दौरान रात में रामकुमार सो गया। मंगलवार की सुबह करीब 8 बज रहा होगा, तभी उन्होंने रामकुमार को जगाना चाहा, लेकिन वह नहीं उठा। जब धडक़न देखी तो वह नहीं चल रही थी. उसकी पत्नी साथ में चल रही थी। रास्ते में कोई दिक्कत न हो इसलिए उसने इसकी जानकारी नहीं होने दी। रात 8 बजे जब ट्रेन झांसी के वीरांगना लक्ष्मीबाई रेलवे स्टेशन पहुंची तब जीआरपी की मदद से उसके शव को ट्रेन से उतारा और कब्जे में लिया। इसके बाद पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।