जापानी चिकित्सा उपकरण कंपनियों को निवेश के लिए भारत आने का आमंत्रण

श्री मांडविया ने मंगलवार को जापान के टोक्यो में चिकित्सा उपकरण निर्माता कंपनियों के प्रतिनिधियों से बातचीत में कहा कि चिकित्सा उपकरण क्षेत्र भारत के स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र का एक आवश्यक और अभिन्न अंग है।

जापानी चिकित्सा उपकरण कंपनियों को निवेश के लिए भारत आने का आमंत्रण

नयी दिल्ली - केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया ने जापानी चिकित्सा उपकरण कंपनियों को भारतीय बाजार में निवेश करने का आमंत्रण देते हुए कहा है कि चिकित्सा उपकरण क्षेत्र के व्यवस्थित विकास को सुविधाजनक बनाने और पहुंच, सामर्थ्य, गुणवत्ता तथा नवाचार के जन स्वास्थ्य उद्देश्यों को पूरा करने के लिए, भारत ने पहली राष्ट्रीय चिकित्सा उपकरण नीति को मंजूरी दी है।

श्री मांडविया ने मंगलवार को जापान के टोक्यो में चिकित्सा उपकरण निर्माता कंपनियों के प्रतिनिधियों से बातचीत में कहा कि चिकित्सा उपकरण क्षेत्र भारत के स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र का एक आवश्यक और अभिन्न अंग है। इस क्षेत्र का योगदान और भी महत्वपूर्ण हो गया है क्योंकि भारत ने चिकित्सा उपकरणों और नैदानिक ​​किटों के बड़े पैमाने पर उत्पादन से कोविड महामारी के खिलाफ घरेलू और वैश्विक संघर्ष में योगदान किया है।

श्री मांडविया ने कहा कि चिकित्सा उपकरण क्षेत्र में वर्ष 2030 तक 11 अरब डॉलर के अपने वर्तमान आकार से चार गुना तक बढ़ने की क्षमता है। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य देखभाल की बढ़ती जरूरतों और विकास को सुगम बनाने के लिए भारतीय चिकित्सा उपकरण उद्योग में अगले 25 वर्षों में विनिर्माण और नवाचार में वैश्विक नेता के रूप में उभरने की शक्ति है।‌ सरकार इसके विकास और प्रगति के लिए प्रतिबद्ध हैं।

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि दुनिया भर के निवेशकों को आमंत्रित करने के लिए, भारत ग्रीनफ़ील्ड और ब्राउनफ़ील्ड सेटअप दोनों के लिए स्वचालित मार्ग के तहत शत प्रतिशत विदेशी प्रत्यक्ष निवेश की अनुमति दे रहा है। घरेलू विनिर्माण को बढ़ावा देने के लिए, सरकार ने 40 करोड़ डालर की वित्तीय प्रोत्साहन योजनाएं शुरू की है। सरकार ने राज्यों में चार चिकित्सा उपकरण पार्कों की स्थापना को भी मंजूरी दी है। ये पार्क विनिर्माण लागत को कम करेंगे, संसाधनों का अनुकूलन करेंगे, पैमाने की अर्थव्यवस्थाओं पर निर्माण करेंगे और मानक परीक्षण और बुनियादी सुविधाओं तक आसान पहुंच प्रदान करेंगे ।

श्री मांडविया ने बताया कि चिकित्सा उपकरण क्षेत्र के व्यवस्थित विकास को सुविधाजनक बनाने और पहुंच, सामर्थ्य, गुणवत्ता और नवाचार के जन स्वास्थ्य उद्देश्यों को पूरा करने के लिए, भारत ने हाल ही में अपनी पहली राष्ट्रीय चिकित्सा उपकरण नीति को मंजूरी दी है। क्षेत्र की क्षमता का दोहन करने और उद्योग को एक प्रतिस्पर्धी, आत्मनिर्भर, लचीला और उद्योग को मजबूत करने के लिए छह रणनीतियों की पहचान की गयी है जो भारत और विश्व की स्वास्थ्य संबंधी जरूरतों को पूरा करेगा। चिकित्सा उपकरण नीति के अलावा, फार्मा-मेडटेक क्षेत्र में अनुसंधान एवं विकास और नवाचार पर एक राष्ट्रीय नीति का भी प्रस्ताव किया जा रहा है।

उन्होंने कहा कि नवाचार में तेजी से प्रगति के साथ, भारत अब चिकित्सा उपकरणों और प्रौद्योगिकियों के क्षेत्र में वैश्विक क्षेत्र में कदम रखने के लिए तैयार है और जापानी चिकित्सा उपकरण कंपनियों को इनका लाभ उठाना चाहिए।