पूज्य ज्वाला माता जी के मंदिर में धूम धाम से मनाया गया खेत्री विसर्जन उत्सव
ज्वाला माता जी मंदिर के सेवक समर्पित जी ने बताया की पूज्य जवाला माता जी हर नवरात्रों में पुरे नो दिन एकांतवास में विश्व कल्याण, जन कल्याण के लिए तपस्या करते है और अष्टमी की रात को श्री मंदिर में जागरण होता है
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यमुनानगर - हर नवरात्रों की तरह इस बार भी माँ जी के पावन नवरात्रों की दशमी को खेत्री विसर्जन उत्सव बड़ी धूम धाम से मनाया गया। ज्वाला माता जी मंदिर नजदीक आई टी आई से खेत्री विसर्जन यात्रा निकाली गयी जिसमे माँ जी की पालकी को बड़े सुंदर तरीके से सजाया गया और पूज्य ज्वाला माता जी द्वारा भजन कीर्तन करके संगत को निहाल किया गया। इस यात्रा में साध संगत ने भाग लेकर पूज्य माता जी के दर्शन किये और अपना जीवन सफल बनाया। साध सांगत पूज्य माता जी के साथ अपने अपने वाहनों पर यमुना जी घाट पर पहुंचे जहा विधि पूर्वक खेत्री विसर्जन उत्सव मनाया गया जिसके पश्चात सभी को भंडारा प्रसाद भी दिया गया।
ज्वाला माता जी मंदिर के सेवक समर्पित जी ने बताया की पूज्य जवाला माता जी हर नवरात्रों में पुरे नो दिन एकांतवास में विश्व कल्याण, जन कल्याण के लिए तपस्या करते है और अष्टमी की रात को श्री मंदिर में जागरण होता है और नवमी की सुबह सभी साध संगत को पूज्य माता जी के दर्शन होते है। हर नवरात्रे के दिन साध संगत मंदिर में माथा टेकने के लिए आते है । मंदिर के सेवक रसिक जी ने बताया की नवरात्रो में श्री मंदिर में प्रतिदिन सुबह के समय दुर्गा स्तुति का पाठ और रात के समय दुर्गा अमृतवाणी का पाठ साध संगत द्वारा किया जाता रहा जिसमे काफी संख्या में संगत ने भाग लिया। हर साल के भांति इस साल भी श्री मंदिर को काफी सुंदर तरीके से सजाया गया जिसकी रौनक देखते ही बन रही थी। मंदिर सेवकों का कहना है की पूज्य ज्वाला माता जी विश्व कल्याण और जन कल्याण के लिए तपस्या करते रहे है और भक्ति मार्ग पर चल रहे है।