तमिलनाडु में सिंगापुर के पूर्व प्रधानमंत्री ली कुआन यू का स्मारक बनेगा

श्री स्टालिन राज्य में निवेश को आकर्षित करने के लिए सिंगापुर और जापान की अपनी आधिकारिक यात्रा के दौरान कल रात सिंगापुर में तमिल समुदाय को संबोधित कर रहे थे।

तमिलनाडु में सिंगापुर के पूर्व प्रधानमंत्री ली कुआन यू का स्मारक बनेगा

सिंगापुर - तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन ने कहा है कि राज्य सरकार तिरुवरूर जिले के मन्नारगुडी में सिंगापुर के पूर्व प्रधानमंत्री ली कुआन यू के स्मारक का निर्माण करेगी।

श्री स्टालिन राज्य में निवेश को आकर्षित करने के लिए सिंगापुर और जापान की अपनी आधिकारिक यात्रा के दौरान कल रात सिंगापुर में तमिल समुदाय को संबोधित कर रहे थे।

इस कार्यक्रम का आयोजन सिंगापुर के गृह एवं कानून मंत्री के षणमुगम की उपस्थिति में सिंगापुर के तमिलों संघों ने किया। ली कुआन यू के स्मारक के निर्माण की घोषणा करते हुए, श्री स्टालिन ने कहा कि स्मारक में उनकी प्रतिमा से साथ एक पुस्तकालय भी बनेगा।

श्री स्टालिन ने कहा कि 'सिंगापुर के पिता' के नाम से प्रसिद्ध ली कुआन यू तमिलनाडु के पूर्व मुख्यमंत्री सीएन अन्नादुरई से बहुत प्रभावित थे और उनके निधन पर उनके पिता एवं राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री एम. करुणानिधि ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की थी।

प्रवासी तमिल युवाओं के लिए वेरकलाई थेडी (जड़ों का पता लगाना) योजना का उद्घाटन करते हुए, श्री स्टालिन ने कहा,“ मैं आपलोगों के साथ एक खुशी की खबर साझा करना चाहता हूं कि राज्य सरकार नें तमिलनाडु में स्वं ली कुआन यू का एक स्मारक बनाने का निर्णय लिया है जो कि राज्य के मन्नारगुडी में बनेगा।”

उन्होंने कहा कि सिंगापुर में रहने वाले अधिकांश तमिल लोग मन्नारगुडी और पट्टुकोट्टई से हैं।उन्हें पता है कि राज्य के परवाकोट्टई, कूपाचिकोट्टई, तिरुमाकोट्टई, उलीकोट्टई, मेलाथिरुपलाकुडी, कीलाथिरुपलाकुडी, अलनकोट्टई, नेदुवाकोट्टई और मेलावसल गांवों के सभी घरों का सिंगापुर के साथ बहुत गहरा संबंध है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि इन गांवों के अधिकांश लोग सिंगापुर में रहते हैं और इसलिए मन्नारगुडी में स्वं ली कुआन यू की याद में एक पुस्तकालय एवं प्रतिमा का निर्माण किया जाएगा।

श्री स्टालिन ने तमिलनाडु और सिंगापुर के बीच ऐतिहासिक संबंधों पर विस्तार से बात की, विशेष रूप से वहां के राष्ट्रपति स्वं एस आर नाथन के कार्यकाल के दौरान। उन्होंने प्रवासी तमिलों से प्राप्त अनुरोधों पर आश्वासन दिया कि वह इन विषयों पर चर्चा करेंगे और तमिलनाडु लौटने के बाद उचित घोषणा करेंगे।

मुख्यमंत्री को प्राप्त हुए अनुरोधों में सिंगापुर, मलेशिया और श्रीलंका में तमिल लेखकों की साहित्यिक कृतियों को तमिलनाडु के पुस्तकालयों से जोड़ना एवं प्रवासी तमिल युवाओं के लिए तमिलनाडु की यात्रा का आयोजन करना भी शामिल है।

पारंपरिक तमिल पोशाक पहनकर, श्री स्टालिन ने श्री षणमुगम एवं अन्य गणमान्य लोगों के साथ इस अवसर पर आयोजित हुए सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी आनंद लिया।