मुर्मू ने फखरुद्दीन अली अहमद की जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की

‘‘राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु ने आज (13 मई, 2023) राष्ट्रपति भवन में भारत के पूर्व राष्ट्रपति श्री फखरुद्दीन अली अहमद को उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि अर्पित की।” श्रीमती मुर्मू ने राष्ट्रपति भवन में पूर्व राष्ट्रपति अहमद के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित की।

मुर्मू ने फखरुद्दीन अली अहमद की जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की

नयी दिल्ली - राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू ने देश के पांचवें राष्ट्रपति दिवंगत फखरुद्दीन अली अहमद की जयंती पर उनको श्रद्धांजलि अर्पित की। राष्ट्रपति सचिवालय की ओर से जारी एक विज्ञप्ति में कहा गया है, ‘‘राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु ने आज (13 मई, 2023) राष्ट्रपति भवन में भारत के पूर्व राष्ट्रपति श्री फखरुद्दीन अली अहमद को उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि अर्पित की।” श्रीमती मुर्मू ने राष्ट्रपति भवन में पूर्व राष्ट्रपति अहमद के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित की।

पूर्व राष्ट्रपति अहमद का जन्म 13 मई 1905 को दिल्ली में हुआ। उनके पिता कर्नल ज़लनूर अली उनकी मां दिल्ली के लोहारी के नवाब की संतान थीं। उनकी प्रारंभिक शिक्षा-दीक्षा गोड़ा और दिल्ली के सरकारी स्कूलों में हुई। वह 1923 में इंग्लैंड गए और सेंट कैथरीन कॉलेज, कैम्ब्रिज से कानून की डिग्री हासिल की। उन्होंने 1928 में उन्होंने लाहौर उच्च न्यायालय में वकालत शुरू की। श्री अहमद 1931 में कांग्रेस से जुड़े। उसी दौर में वह मुस्लिमों के लिए आरक्षित सीट से चुनाव जीते। वह 1952 में असम से राज्यसभा के लिए निर्वाचित हुए तथा 1957 से 1967 तक असम में विधायक रहे।

वर्ष 1971 से दोबारा केंद्रीय राजनीति में आने के बाद उन्होंने कई मंत्रालयों का कार्य संभाला और 1974 में राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनने से पहले वह खाद्य एवं कृषि मंत्री के रूप में कार्यरत थे। तत्कालीन प्रधानमंत्री इन्दिरा गांधी के सुझाव पर उन्होंने 1975 में अपने संवैधानिक अधिकार का प्रयोग करते हुए देश में आंतरिक आपातकाल की घोषणा कर दी। श्री अहमद का 11 फरवरी 1977 को कार्यालय में हृदयगति रुक जाने से निधन हो गया।