पूर्वोत्तर विस चुनाव के नतीजों का आया रूझान

भाजपा को नगालैंड में मिला बहुमत, त्रिपुरा में चल रहा उतार-चढ़ाव, मेघालय में एनपीपी बनी सबसे बड़ी पार्टी

पूर्वोत्तर विस चुनाव के नतीजों का आया रूझान

नई दिल्ली- पूर्वोत्तर के विधानसभा चुनाव में त्रिपुरा की 60, मेघालय की 59 और नगालैंड की 60 सीटों पर रुझान आ गए हैं। इन रुझानों में भाजपा गठबंधन ने नगालैंड में 42 सीटों और त्रिपुरा में 28 सीटों पर बढ़त बना रखी है। हालांकि, त्रिपुरा के रुझानों में कभी भाजपा तो कभी लेफ्ट आगे हो रहा है। मेघालय में एनपीपी 25 सीटों पर आगे है। वोटिंग के बाद आए एग्जिट पोल्स में त्रिपुरा-नगालैंड में भाजपा गठबंधन को बहुमत का अनुमान लगाया गया है। मेघालय में किसी को स्पष्ट बहुमत नहीं मिलने का अनुमान है। यानी यहां हंग असेबंली के आसार बन रहे हैं।

त्रिपुरा में पिछले चुनाव से कम हुआ मतदान

त्रिपुरा में विधानसभा चुनाव में 16 फरवरी को 60 सीटों पर 86.10 प्रतिशत मतदान हुआ। यह पिछले चुनाव से 4त्न कम रहा। 2018 में त्रिपुरा में 59 सीटों पर 90 प्रतिशत मतदान हुआ था। बीजेपी 35 सीटें जीतकर सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी। इसके साथ ही भाजपा ने लेफ्ट के 25 साल के गढ़ को ध्वस्त कर दिया था। पिछले चुनाव में जीत के बाद पार्टी ने बिप्लब देव को सीमए बनाया था, लेकिन मई 2022 में माणिक साहा को मुख्यमंत्री बनाया गया। पार्टी ने साहा के नेतृत्व में चुनाव लड़ा था। 2023 के चुनाव में भाजपा ने सभी 60, लेफ्ट-कांग्रेस के गठबंधन ने (क्रमश: 47 और 13 सीटों) पर चुनाव लड़ा। टिपरा मोथा पार्टी ने 42 सीटों पर चुनाव लड़ा। इस तरह राज्य में त्रिकोणीय मुकाबला की उम्मीद है।

मेघालय  पिछले चुनाव से 10 प्रतिशत ज्यादा

मेघालय में 27 फरवरी को 60 में से 59 सीटों पर मतदान हुआ। 85.27  वोटिंग हुई। सोहियोंग सीट पर यूडीपी उम्मीदवार एचडीआर लिंगदोह के निधन की वजह से चुनाव टाल दिया गया था। 2018 में 67 प्रतिशत वोटिंग हुई थी। इस बार एनपीपी ने 57, कांग्रेस और बीजेपी ने 60-60 और टीएमसी ने 56 सीटों पर कैंडिडेट उतारे हैं। मेघालय में 2018 में 59 सीटों पर चुनाव हुए थे। कांग्रेस ने सबसे ज्यादा 21 सीटें जीती थीं। बीजेपी को यहां महज 2 सीटें ही मिल सकी थीं। नेशनल पीपुल्स पार्टी (एनपीपी) को 19 सीटें मिली थीं। इसने पीडीएफ और एचएसपीडीपी के साथ मिलकर सरकार बनाई। इन्होंने मेघालय डेमोक्रेटिक अलायंस (एमडीए) बनाया। एनपीपी के कोनराड संगमा मुख्यमंत्री हैं।

नगालैंड में 85.90 प्रतिशत वोटिंग

नगालैंड के 16 जिलों की 60 में से 59 विधानसभा सीटों पर 27 फरवरी को 85.90 प्रतिशत वोटिंग हुई। यह पिछले साल से 10 प्रतिशत ज्यादा है। 2018 में यहां 75 प्रतिशत वोटिंग हुई थी। यहां 10 फरवरी को अकुलुतो विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस के कैंडिडेट खेकाशे सुमी ने नामांकन वापस ले लिया था, जिसके बाद भाजपा कैंडिडेट कजेतो किनिमी को निर्विरोध निर्वाचित कर दिया गया। नगालैंड में अभी नेशनल डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव पार्टी की सरकार है। नेफ्यू रियो सीएम हैं। एनडीपीपी 2017 में अस्तित्व में आई थी। एनडीपीपी ने तब 18 और भाजपा ने 12 सीटें जीती थीं। दोनों दलों ने चुनाव से पहले गठबंधन किया था। सरकार में एनडीपीपी, भाजपा एनपीपी और जेडीयू शामिल हैं।

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