शहीदों के जीवन से युवा पीढ़ी को प्रेरणा लेकर समाज और देश की निस्वार्थ भाव से सेवा करनी चाहिए : चीमा

गुरु साहिबान द्वारा धर्म की रक्षा के लिए दी गई कुबार्नियों की वजह से ही आज हम खुली हवा में श्वास ले रहे हैं

शहीदों के जीवन से युवा पीढ़ी को प्रेरणा लेकर समाज और देश की निस्वार्थ भाव से सेवा करनी चाहिए : चीमा

बाबैन  : गुरु साहिबान ने देश, समाज और धर्म की रक्षा करने के लिए कुर्बानियां दी है। इन कुर्बानियों के कारण आज हम खुली हवा में आजादी की सांसे ले रहे है। इन शहीदों के जीवन से युवा पीढ़ी को प्रेरणा लेकर समाज और देश की निस्वार्थ भाव से सेवा करनी चाहिए। श्री गुरु गोबिंद सिंह जी महाराज, साहिबजादों और माता गुजर कौर की शहीदी को कभी भुलाया नहीं जा सकता। गुरु साहिबान द्वारा धर्म की रक्षा के लिए दी गई कुबार्नियों की वजह से ही आज हम खुली हवा में श्वास ले रहे हैं।

उपरोक्त शब्द पंचायत समिति पिपली के चेयरमैन विक्रमजीत सिंह चीमा ने बाबैन में साहिबजादों की याद में आयोजित आयोजित प्रणाम शहीदा नूं कार्यक्रम में बोलते हुए कहे। उन्होंने शहीदों को नमन करते हुए कहा कि मुगल शासकों के अत्याचार के खिलाफ सरबंशदानी श्री गुरु गोबिंद सिंह जी महाराज ने अपने दो साहिबजादों को जंग में कुर्बान कर दिया और दो साहिबजादों धर्म व कौम के लिए स्वयं को दीवार में चिनवा कर कुर्बानी दी। उन्होंने कहा कि हमें साहिबजादों के जीवन से प्रेरणा लेनी चाहिए और उनके बलिदान को हमेशा याद रखना चाहिए। साहिबजादों के बलिदान को याद करते हुए विक्रमजीत सिंह चीमा ने कहा कि सदैव अपने बच्चों को साहिबजादों के जीवन इतिहास की जानकारी देनी चाहिए तांकि उन्हें भी अपने गौरवमयी इतिहास की जानकारी हो सकें। इस अवसर पर इन्द्रजीत नारंग, मोहन सिंह, महेन्द्र सिंह, गोल्ड़ी मट्टू, गुरजीत सगु, इन्द्र सिंह, सतनाम सिंह, नरेश खुराना, मोहत सैनी, दीपा सैनी, मिठू जुनेजा, योगेश मेहता, दिलप्रीत सिंह, बलजीत राय, जगदीश दुआ के अलावा अनेक गण्यमान्य लोग उपस्थित थे।