प्रदेश में सत्ता परिवर्तन का दौर शुरू हो चुका है - कुमारी सैलजा

बोली: भाजपा सरकार की नीतियों से हर वर्ग त्रस्त

प्रदेश में सत्ता परिवर्तन का दौर शुरू हो चुका है - कुमारी सैलजा

यमुनानगर (जगाधरी) - पूर्व मंत्री एवं वरिष्ठ कांग्रेसी नेता चौ. अकरम खान द्वारा बृहस्पतिवार को जगाधरी विधान सभा क्षेत्र के गांव लेदी में पार्टी का हाथ से जोड़ों कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसमें पार्टी की राष्ट्रीय महासचिव एवं छत्तीसगढ़ की राष्ट्रीय प्रभारी कुमारी सैलजा ने मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत की। इस अवसर पर पूर्व मंत्री चौ. अकरम खान, पार्टी विधायक शमशेरसिंह गोगी, विधायक रेनू बालाविधायक कालका प्रदीप चौधर, पूर्व विधायक

करनेश जं, पूर्व विधायक राजपाल भूखड़, पार्टी के कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष रामकिशन गुर्ज, पूर्व चेयरमैन एवं जिला कार्डिनेटर श्यामसुंदर बतरा, पार्षद देवेंद्र सिंह, पूर्व चेयरमैन मोहन गुर्जर, सुधा भारद्वाज, निलय सैनी, भूपेंद्र देवधर, राय सिंह गुर्जर, जिला परिषद सदस्य चौ. शमीम

खान, युवा नेता आरेज खान, चौ. नसीम खानइंजीनियर ऋषिपाल, राजेश शर्मा, सुरेश डांढा, दीप्ति शर्माअनिल गोयल, राकेश काका, मेम सिंह दहिया, कपिल खेत्रपाल, इस्लाम गुर्जर मुकारमपुर, जिला परिषद सदस्य नरवैल सिं, अमित मुजाफत, आकाश बतरा, टीपी सिंह, अरशद पोसवाल, अरशद खिजर, अनिल संधू, बोधराज कंबोज, सचिन शर्मा, राज कुमार कंबोज, ज्ञानचंद पंडवार, रजनीश नत्थनपुर आदि भी मौजूद रहे।

 

कार्यक्रम में पहुंचे लोगों को संबोधित करते हुए कुमारी सैलजा ने कहा कि भाजपा की नीतियों से त्रस्त लोग बदलाव का मन बना चुके हैं। उन्होंने कहा कि 2024 में कांग्रेस सत्ता में आने जा रही है। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार काम करने की बजाय समाज को बांटने का काम कर रही है। जहां खनन माफिया हावी है, वहीं कानून व्यवस्था लचर है। बेरोजगारी की समस्या विकट होती जा रही है। उन्होंने कहा कि देश का नाम रोशन करने वाले खिलाडिय़ों को न्याय के लिए आंदोलन करना पड़ रहा है। किसान, मजदूर, व्यापारी व कर्मचारी परेशान है। कुमारी सैलजा ने कहा कि भारत जोड़ों यात्रा से भाजपा घबराई हुई है। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार द्वेष से काम कर रही है। यह सरकार पंचायती राज संस्थाओं को खत्म करना चाहती है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सत्ता में आते ही पहली कलम से जनता से किए गए वायदों पर अमल करना शुरू करेगी। कुमारी सैलजा ने कहा कि  मौजूदा सरकार लोकतांत्रिक संस्थाओं को कमजोर करने का प्रयास कर रही हैं। इस अवसर पर पूर्व मंत्री चौ. अकरम खान, विधायक रेनू बाला, पूर्व मुख्य संसदीय सचिव चौ. रामकिशन गुज्जर, विधायक

प्रदीप चौधरी, विधायक शमशेर सिंह गोगी, श्यामसुंदर बतरा, देवेंद्र सिंह आदि ने भी विचार व्यक्त किए।