शहरी स्थानीय निकाय मंत्री डॉ. कमल गुप्ता ने की अधिकारियों के साथ बैठक

बैठक में प्रॉपर्टी आईडी, प्रॉपर्टी टैक्स रिकवरी, वित्तीय स्थिति, स्वामित्व योजना, कॉलोनी रैगुलराईजेशन, नगर दर्शन पोर्टल तथा साफ सिटी-सेफ सिटी की समीक्षा के दौरान अधिकारियों को दिए आवश्यक दिशा-निर्देश

शहरी स्थानीय निकाय मंत्री डॉ. कमल गुप्ता ने की अधिकारियों के साथ बैठक

यमुनानगर -हरियाणा के शहरी स्थानीय निकाय मंत्री डॉ. कमल गुप्ता ने रविवार को नगर निगम यमुनानगर व साढौरा व रादौर नगर पालिका के अधिकारियों के साथ बैठक की। जिला सचिवालय के सभागार में आयोजित इस बैठक में नगर निगम यमुनानगर के मेयर मदन चौहान, आयुक्त आयुष सिन्हा सहित अन्य अधिकारीगण उपस्थित थे। 

बैठक के दौरान डॉ. गुप्ता ने प्रॉपर्टी आईडी, प्रॉपर्टी टैक्स रिकवरी, वित्तीय स्थिति, स्वामित्व योजना, कॉलोनी रैगुलराईजेशन, नगर दर्शन पोर्टल तथा साफ सिटी-सेफ सिटी परियोजना की समीक्षा के दौरान अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए तथा नागरिकों को बेहतर सुविधाएं मुहैया करवाने की बात कही। उन्होंने कहा कि यमुनानगर जिला के 3 स्थानीय निकायों के पास 395 करोड़ 74 लाख रूपए का फंड है, जिसका उपयोग बेहतर सुविधाएं विकसित करने में किया जाए। इसके तहत अधिकारी अच्छी योजनाएं तैयार करें। उन्होंने सुझाव दिया कि बेहतर एवं सुंदर सडक़ों का विकास, पार्कों का सौंदर्यकरण, शमशान घाटों का विकास, चौक-चौराहों का सौंदर्यकरण आदि कार्य किए जाएं। उन्होंने तीनो निकायों से कहा कि वे 25 किलोमीटर लंबाई की सडक़ों का सौंदर्यकरण करवाएं। इसमें सडक़ ों पर तिरंगा लाईटें, डिवाईडर व ग्रील का सुधार एवं पेंट, पौधे लगाने, ड्रेनेज सिस्टम दुरूस्त करने तथा चौक-चौराहों पर फव्वारे आदि कार्य शामिल करें। इसके साथ ही पार्कों में घास, पौधे, रंगीन लाईटें, टै्रक, चारदीवारी, जिम आदि की बेहतर सुविधाएं विकसित करें। उन्होंने इन कार्यों के लिए 31 मई तक रिजल्ट देखने की बात कही। 

प्रॉपर्टी आईडी की समीक्षा के दौरान निकाय मंत्री ने कहा कि पूरे प्रदेश में 42 लाख 70 हजार प्रॉपर्टी आईडी तैयार की गई हैं, जिन्हें इंटीग्रेट करने का कार्य तेज गति से किया जा रहा है। उन्होंने तीनो निकायों के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे अपने-अपने क्षेत्र की प्रॉपर्टी आईडी को जल्द से जल्द इंटीग्रेट करें। निकाय मंत्री ने कहा कि यह पायलेट प्रोजैक्ट है तथा इसे अधिक से अधिक स्टाफ लगाकर पूरा करवाएं। उन्होंने इन्वैस्ट एंड अर्न का मंत्र अधिकारियों को दिया। प्रॉपर्टी आईडी डाटा सुधार कार्य के बारे में डॉ. गुप्ता ने कहा कि रोजाना आने वाले आवेदनों को लंबित ना रखें तथा उन्हें तुरंत ही निपटाएं। उन्होंने समीक्षा के दौरान प्रॉपर्टी टैक्स डाटा सुधार कार्य के लिए संतुष्टि जाहिर की। 

प्रॉपर्टी टैक्स रिकवरी के बारे में उन्होंने कहा कि अधिक से अधिक रिकवरी करने की दिशा में कार्य करें। यहां नगर निगम यमुनानगर के आयुक्त आयुष सिन्हा ने बताया कि विभिन्न कॉलोनियों में सोसायटियों के माध्यम से नागरिकों को प्रॉपर्टी टैक्स डाटा में सुधार तथा मौके पर ही प्रॉपर्टी टैक्स जमा करवाने की सुविधा दी जाएगी। एक लाख व इससे ऊपर के प्रॉपर्टी टैक्स डिफॉल्टरों को नोटिस देकर प्रॉपर्टी टैक्स जमा करवाने के लिए कह रहे हैं तथा नोटिस में दी गई समयावधि तक अदायगी नहीं करने वालों पर अन्य कार्रवाई की जाएगी। 

मुख्यमंत्री स्वामित्व योजना की समीक्षा के दौरान अधिकारियों ने बताया कि यमुनानगर जिला के तीन निकायों में योजना के तहत 1833 प्रॉपर्टीज हैं, जिनमें 772 आवेदन प्राप्त हुए हैं। इनमें 228 आवेदनों की स्वीकृति प्रदान की जा चुकी है, 133 रिजैक्ट हुई हैं तथा 376 आवेदन लंबित हैं, जिनकी प्रक्रिया चल रही है। निकाय मंत्री ने कहा कि यह योजना मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल का ड्रीम प्रोजैक्ट है। लंबित आवेदनों का समाधान भी जल्द से जल्द करवाएं। नगर दर्शन पोर्टल के बारे में निकाय मंत्री ने कहा कि नागरिकों के माध्यम से कार्यों की डिमांड पोर्टल पर अपलोड करवाकर कार्य करवाएं। 

बैठक में नगर निगम यमुनानगर के मेयर मदन चौहान, नगर निगम के आयुक्त आयुष सिन्हा, शहरी स्थानीय निकाय विभाग हरियाणा के अतिरिक्त निदेशक प्रशासनिक वाईएस गुप्ता, शहरी स्थानीय निकाय विभाग के चीफ इंजीनियर रामजीलाल, नगर निगम के अधीक्षक अभियंता हेमन्त यादव, एक्सईएन विकास धीमान, सचिव नगरपालिका साढौरा सुरेन्द्र मलिक, सचिव नगरपालिका रादौर हरिओम कंबोज सहित अन्य अधिकारीगण उपस्थित थे।