पंजाब में 3300 करोड़ रुपए के कृषि परियोजनाओं की हुई शुरुआत - जौड़ामाजरा

उल्लेखनीय है कि केन्द्र सरकार के कृषि और किसान कल्याण मंत्रालय द्वारा शुरू की गई यह एआईएफ स्कीम जुलाई 2020 में शुरू की गई थी

पंजाब में 3300 करोड़ रुपए के कृषि परियोजनाओं की हुई शुरुआत - जौड़ामाजरा

चंडीगढ़ - पंजाब सरकार के बाग़बानी विभाग ने पिछले वित्तीय साल 2022-23 दौरान राज्य द्वारा की गई उन्नति और प्रगति को साझा करने और पंजाब में ए.आई.एफ. स्कीम के प्रचार के लिए सरकार के साथ-साथ निजी क्षेत्र के सहयोगियों द्वारा दिये गये योगदान को मान्यता देने के लिए मैग्सीपा चंडीगढ़ में कृषि बुनियादी ढांचा फंड (एआईएफ) सम्मेलन करवाया गया।

उल्लेखनीय है कि केन्द्र सरकार के कृषि और किसान कल्याण मंत्रालय द्वारा शुरू की गई यह एआईएफ स्कीम जुलाई 2020 में शुरू की गई थी। एआईएफ स्कीम का उद्देश्य कृषि और बाग़बानी वेल्यू चेन में कटाई के उपरांत प्रबंधन बुनियादी ढांचा तैयार करना है। राज्य में एआईएफ स्कीम को लागू करने के लिए बाग़बानी विभाग राज्य की नोडल एजेंसी है।

बाग़बानी मंत्री चेतन सिंह जौड़ामाजरा ने कहा कि पंजाब में ए.आई.एफ स्कीम के अंतर्गत पिछले वित्तीय साल 2022-23 दौरान 3480 प्रोजेक्टों से 2877 करोड़ रुपए से अधिक का निवेश आकर्षित किया गया है। उन्होंने बताया कि 720 करोड़ रुपए के कर्ज़े पहले ही मंज़ूर किये जा चुके हैं, जिनमें से 591 करोड़ रुपए के कर्ज़े पहले ही अलग-अलग कर्ज़ देने वाली संस्थाओं द्वारा बाँटे जा चुके हैं। पंजाब में इस स्कीम का लाभ लेने में अग्रणी जिले बठिंडा (326), संगरूर (326), पटियाला (315), श्री मुक्तसर साहिब (294) और फाजिल्का (283) हैं।

श्री जौड़ामाजरा ने बताया कि इस स्कीम के द्वारा राज्य में बनाए गए प्रमुख कृषि बुनियादी ढांचे में कोल्ड रूम और कोल्ड स्टोर, प्राथमिक प्रोसेसिंग सेंटर, कस्टम हायरिंग सेंटर, वेयरहाऊस, सोर्टिंग और ग्रेडिंग यूनिट और मौजूदा कृषि बुनियादी ढांचे पर सोलर पैनल शामिल हैं। इस स्कीम को लागू करने में हिस्सा लेने वाले 35 राज्य और केंद्र शासित प्रदेशों में से पंजाब इस समय (31 मार्च 2023 अनुसार) 11वें स्थान पर है।

मंत्री ने कहा कि पिछले साल से पंजाब लगातार विकास की तरफ बढ़ रहा है। पंजाब से ए.आई.एफ. पोर्टल पर अपलोड किए गए कुल आवेदनों की संख्या 5500 से अधिक है और 3300 करोड़ रुपए से अधिक का निवेश आकर्षित किया गया है। उन्होंने आगे कहा कि इस स्कीम के द्वारा सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमियों को उत्पादन क्षेत्रों के नज़दीक प्रोजेक्ट स्थापित करने में मदद मिली है।

ए. आई. एफ. सम्मेलन दौरान, बढ़िया प्रदर्शन करने वाले जिलों और बैंकों को सम्मानित किया गया। ज़िला पटियाला को एआईएफ स्कीम अधीन प्रोजेक्टों सम्बन्धी सबसे अधिक मंज़ूरशुदा कर्ज़े प्राप्त करने के लिए सम्मानित किया गया। स्टेट बैंक ऑफ इंडिया को 60 दिनों की निर्धारित मियाद के अंदर सबसे अधिक मंज़ूरशुदा कर्ज़े देने और अधिक से अधिक आवेदनों का निपटारा करने के लिए सम्मानित किया गया है। निर्धारित समय की श्रेणी में यूनियन बैंक ऑफ इंडिया और पंजाब ग्रामीण बैंक को भी सम्मानित किया गया है।

बठिंडा और संगरूर के बाग़बानी विभाग के ज़िला इंचार्जों को जागरुकता पैदा करने और एआईएफ पोर्टल पर अधिक से अधिक आवेदन अपलोड करने के लिए किये अथक यत्नों के लिए सम्मानित किया गया है। पंजाब नेशनल बैंक को एआईएफ स्कीम अधीन प्रोजेक्टों की विभिन्नता को उत्साहित करने के लिए सम्मानित किया गया है। मोगा ज़िला केंद्रीय सहकारी बैंक के मैनेजिंग डायरैक्टर और डीडीएम नाबार्ड को पंजाब में सबसे अधिक सहकारी सभाओं का समर्थन करने के लिए मान्यता दी गई है।

उपरोक्त श्रेणियों के अलावा, अन्य स्कीमों जैसे कि पीएमएफएमई, एनएचएम, पीएमकेएसवाई और एमओएनआरई के नोडल अफसरों क्रमवार श्री रजनीश तुली, श्री एस. के. दुबे, श्रीमती शैलेंदर कौर, श्री एम. के. सिंह को उनके योगदान के लिए मान्यता दी गई है।

पंजाब विधानसभा के स्पीकर कुलतार सिंह संधवां ने पंजाब के किसानी और उद्यमी भाईचारे को और ज्यादा लाभ पहुँचाने के लिए मिलकर काम करने की तत्काल ज़रूरत ज़ाहिर की।

बाग़बानी मंत्री चेतन सिंह जौड़ामाजरा ने सभी सहयोगियों के यत्नों की सराहना करते हुए कृषि विभिन्नता के एजंडे को आगे लेजाने और किसानों के लिए स्थायी तालमेल स्थापित करने के लिए बाग़बानी विभाग की वचनबद्धता का फिर से भरोसा दिलाया।

इस अवसर पर कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री गुरमीत सिंह खुड्डियां ने बाग़बानी विभाग को एआईएफ स्कीम के अंतर्गत पिछले वित्तीय साल दौरान शानदार सफलता हासिल करने के लिए बधाई दी और मौजूदा वित्तीय साल में प्रगति की निकट निगरानी करने की इच्छा ज़ाहिर की।