आंध्र ने जीता पहला दृष्टिबाधित द्विपक्षीय टी20

आंध्र ने कर्नाटक के सामने 20 ओवर में 271 रन का विशाल लक्ष्य रखा

आंध्र ने जीता पहला दृष्टिबाधित द्विपक्षीय टी20

बेंगलुरू : आंध्र प्रदेश ने सोमवार को दृष्टिबाधित चैंपियन्स ट्रॉफी पुरुष द्विपक्षीय टी20 टूर्नामेंट के आतिशबाजी से भरे पहले मैच में कर्नाटक को 51 रन से हरा दिया। आंध्र ने कर्नाटक के सामने 20 ओवर में 271 रन का विशाल लक्ष्य रखा, जिसके जवाब में कर्नाटक 219 रन ही बना सकी। कर्नाटक ने टॉस जीतकर आंध्र को पहले बल्लेबाजी के लिये बुलाया। लोकेशा ने दूसरे ओवर में कप्तान टी. दुर्गा राव को सिर्फ नौ रन पर आउट कर दिया। एक छोर पर डी. वेंकटेश्वर राव अपनी पारी की शुरुआत कर रहे थे जबकि पांचवें ओवर में जी. सत्यनारायण रन आउट हो गए। वेंकटेश्वर के साथ अजय कुमार रेड्डी शामिल हुए और दोनों बल्लेबाजों ने ताबड़तोड़ बल्लेबाजी का आनंद लिया। दोनों बल्लेबाजों ने मिलकर तीसरे विकेट के लिए 217 रन की बड़ी साझेदारी की। वेंकटेश्वर शानदार शतक लगाकर पारी में दो गेंद शेष रहते आउट हो गए। उन्होंने सिर्फ 77 गेंदों में 25 चौके और तीन छक्के जडक़र 162 रन बनाए। अजय कुमार रेड्डी 35 गेंदों में सात चौकों की मदद से 56 रन बनाकर नाबाद रहे। आंध्र ने अपने 20 ओवरों में 270/3 के विशाल स्कोर पर अपनी पारी समाप्त की। कर्नाटक के लिए लोकेश और सुनील रमेश ने एक-एक विकेट लिया।

कर्नाटक के सलामी बल्लेबाज सुनील रमेश और जावरे गौड़ा ने विशाल लक्ष्य का पीछा करते हुए अच्छी शुरुआत की। जावरे गौड़ा ने 18 रन पर आउट होने से पहले आठ ओवर में कर्नाटक का स्कोर को 83 तक पहुंचाया। सुनील मेजबान टीम के लिये तेजी से रन बना रहे थे। तीसरे नंबर पर उतरे प्रकाश जयरामैया ने रनगति बढ़ाने की कोशिश की लेकिन आंध्र के गेंदबाजों ने उन्हें ऐसा नहीं करने दिया। सुनील को 13वें ओवर में आउट होने से पहले 42 गेंदों में 17 चौकों की मदद से 90 रन बनाये और उनका विकेट गिरते ही कर्नाटक की पारी थम गयी। प्रकाश और लोकेश ने अंत में कड़ा प्रयास किया लेकिन वे अपनी टीम को 20 ओवर में 219/3 के स्कोर तक ही ले जा सके। प्रकाश 43 रन बनाकर जबकि लोकेश 45 रन बनाकर नाबाद रहे। शानदार शतक जडऩे के लिये डी. वेंकटेश्वर राव को प्लेयर ऑफ द मैच का पुरस्कार दिया गया। इससे पूर्व, विकलांगों के लिए समर्थनम ट्रस्ट के संस्थापक और भारतीय दृष्टिबाधित क्रिकेट एसोसिएशन (सीएबीआई) के अध्यक्ष डॉ. महंतेश जी किवादसन्नवर ने भारतीय हॉकी टीम के पूर्व कप्तान धनराज पिल्लै और अर्जुन हलप्पा का टूर्नामेंट के उद्घाटन समारोह में स्वागत किया। उन्होंने दृष्टिबाधित क्रिकेट का समर्थन करने के लिये दोनों दिग्गजों का अभिनंदन किया। इस अवसर पर डॉ महंतेश जी किवादासन्नवर ने दोनों टीमों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि सर्वश्रेष्ठ खिलाडय़िों में से सर्वश्रेष्ठ यहां द्विपक्षीय शृंखला खेलने के लिये मौजूद हैं। दोनों ओलंपियनों ने टीमों को शुभकामनाएं दीं और आयोजकों द्वारा किये गये प्रयासों की सराहना की।