नदियों को बारहमासी बनाने के लिए अभियान,नदियों को किया जाएगा संरक्षित

उन्होंने बताया कि अभियान के तहत पर्यावरण संतुलन बनाए रखने व जल संरक्षण तथा संचय की दिशा में महती भूमिका निभाई जाएगी। माह जुलाई व अगस्त में नदी तटों पर पौधारोपण अभियान चलाया जाएगा। यह अभियान 15 अगस्त तक चलाया जायेगा।

नदियों को बारहमासी बनाने के लिए अभियान,नदियों को किया जाएगा संरक्षित

बूंदी - राजस्थान के हिंदी जिले की नदियों को जल प्रवाह की दृष्टि से बारहमासी बनाने के लिए अभियान शुरू किया गया है।

बूंदी जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी करतार सिंह ने बताया कि महात्मा गांधी नरेगा योजनान्तर्गत जिले की नदियों के प्रवाह को बारहमासी बनाए रखने के लिए भारत सरकार ग्रामीण विकास मंत्रालय के निर्देश पर आजादी का अमृत महोत्सव के तहत वृक्षमाला नदी तट संरक्षण अभियान की शुरुआत की गई है।

उन्होंने बताया कि अभियान के तहत पर्यावरण संतुलन बनाए रखने व जल संरक्षण तथा संचय की दिशा में महती भूमिका निभाई जाएगी। माह जुलाई व अगस्त में नदी तटों पर पौधारोपण अभियान चलाया जाएगा। यह अभियान 15 अगस्त तक चलाया जायेगा। उन्होंने बताया कि आजादी के अमृत महोत्सव के तहत महात्मा गांधी नरेगा से नदी के प्रवाह को 12 माह बनाए रखने व मृदा जल तालिका को पुनर्जीवित करने व आसपास के क्षेत्रों में स्थायी आजीविका का प्रावधान करने का उद्देश्य है।

श्री सिंह ने बताया कि महात्मा गांधी नरेगा शासन सचिवालय जयपुर की आयुक्त शिवांगी स्वर्णकार के निर्देशानुसार जिले में महात्मा गांधी नरेगा के तहत आजादी का अमृत महोत्सव वृक्षमाला नदी तट संरक्षण अभियान चलाया जा रहा है। उन्होंने बताया की बारहमासी नदी की धारा के प्रवाह को बनाए रखना आवश्यक है ताकि भूमिगत जलस्तर को बढ़ाया जा सके। इससे नदी के आसपास हरियाली में वृद्धि होगी। पर्यावरण एवं वातावरण में बढ़ते तापमान को कम करने से जीवन स्तर में सुधार होगा।

श्री सिंह ने बताया कि अभियान की शुरुआत प्रारंभ कर दी गई है। इसके तहत पंचायत समिति हिंडोली की ग्राम पंचायत बड़ा नया गांव के अशोक नगर में मेज नदी के दोनों ओर वृक्षमाला प्लांटेशन व सुदृढ़ीकरण कार्य के लिए जिला कलक्टर डॉ. रविन्द्र गोस्वामी द्वारा 9 लाख 19 हजार 790 रुपये स्वीकृत किये जा चुके है। इस संबंध में पंचायत समितियों के कार्यक्रम अधिकारियों को अगस्त तक अभियान के तहत विविध गतिविधियों को आयोजित करने तथा नियमानुसार अधिकाधिक कार्य स्वीकृति जारी करवाने के निर्देश दिए गए हैं। साथ ही मनरेगा के तकनीकी सहायकों को सर्वे के लिए कहा है।