लोकसभा 2024 से पहले कांग्रेस ने किया बड़ा बदलाव,प्रियंका गांधी से छीन लिया ये पद

पार्टी को उम्मीद है कि इन बदलावों से कांग्रेस पार्टी आगामी लोकसभा चुनावों में अच्छा प्रदर्शन कर सकेगी।

लोकसभा 2024  से पहले कांग्रेस ने किया बड़ा बदलाव,प्रियंका गांधी से छीन लिया ये पद

उत्तर प्रदेश  : लोकसभा चुनाव 2024 की शुरुआत होने में कुछ ही समय शेष बचा हुआ है। इसी बीच कांग्रेस पार्टी ने लोकसभा चुनावों में जीत हासिल करने के उद्देश्य से पार्टी स्तर पर कई बड़े फेरबदल किए है। चुनावों से पहले पार्टी में कई संगठनात्मक बदलाव हो रहे है। इस संबंध में कांग्रेस पार्टी ने शनिवार को ऐसे बदलाव किए हैं जो कि लोकसभा चुनावों को देखते हुए किए गए है।

इसी कड़ी में राजस्थान के पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट को छत्तीसगढ़ में पार्टी महासचिव नियुक्त किया गया है। वहीं प्रियंका गांधी वाड्रा को उत्तर प्रदेश में प्रमुख पद से हटा दिया गया है।

पार्टी को उम्मीद है कि इन बदलावों से कांग्रेस पार्टी आगामी लोकसभा चुनावों में अच्छा प्रदर्शन कर सकेगी। जानकारी के मुताबिक कांग्रेस नेता और पूर्व राज्यसभा सांसद अविनाश पांडे को प्रियंका गांधी की जगह उत्तर प्रदेश का प्रभारी महासचिव बनाया गया है। इससे पहले तक अविनाश पांडे झारखंड में पार्टी प्रमुख के पद पर कार्यरत थे।

 

प्रियंका गांधी लंबे अर्से से उत्तर प्रदेश में प्रमुख पद पर बनी हुई थी। अब उन्हें इस पद से हटाया गया है। प्रियंका गांधी को मिली नई जिम्मेदारी पर पार्टी ने जानकारी साझा की है। पार्टी की ओर से जारी एक बयान के मुताबिक, प्रियंका गांधी अब ''बिना किसी विभाग के'' महासचिव रहेंगी।

बता दें कि इन नियुक्तियो को पार्टी की सर्वोच्च निर्णय लेने वाली संस्था कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) की बैठक के दो दिन बाद की गई है। इसकी अध्यक्षता पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने की और इसमें सोनिया गांधी और राहुल गांधी सहित वरिष्ठ नेताओं ने भाग लिया।

 

शनिवार को पार्टी ने पूर्व केंद्रीय मंत्री पी चिदंबरम की अध्यक्षता में एक घोषणापत्र समिति नियुक्त की है। पार्टी ने एक और बदलाव करते हुए पहले कई राज्यों के प्रभारी रह चुके मुकुल वासनिक को गुजरात का प्रभारी बनाया गया है। देवेन्द्र यादव को उत्तराखंड से पंजाब स्थानांतरित कर दिया गया है, मोहन प्रकाश को बिहार प्रभारी के रूप में वापस लाया गया है, जबकि कुमारी शैलजा को छत्तीसगढ़ से उत्तराखंड और मनिकम टैगोर को गोवा से आंध्र प्रदेश स्थानांतरित किया गया है।

 

राजस्थान के सचिन पायलट के अलावा, नए महासचिवों में जम्मू-कश्मीर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष गुलाम अहमद मीर हैं, जो पश्चिम बंगाल के अतिरिक्त प्रभार के साथ झारखंड के प्रभारी हैं। दीपा दासमुंशी, जिन्हें केरल, लक्षद्वीप और तेलंगाना का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है। इसके अलावा कई पदों पर किसी तरह का बदलाव नहीं किया गया है।

इसमें रणदीप सुरजेवाला कर्नाटक के प्रभारी बने रहेंगे, जयराम रमेश संचार महासचिव बने रहेंगे और के सी वेणुगोपाल ने एआईसीसी महासचिव (संगठन) के रूप में अपना पद बरकरार रखा है। उनके अलावा दीपक बाबरिया हरियाणा के अतिरिक्त प्रभार के साथ दिल्ली के प्रभारी बने रहेंगे, जबकि असम के प्रभारी महासचिव जितेंद्र सिंह को मध्य प्रदेश का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है।

सुखजिंदर सिंह रंधावा राजस्थान प्रभारी बने रहेंगे। दिलचस्प बात यह है कि महाराष्ट्र के नेता माणिकराव ठाकरे, जो तेलंगाना के प्रभारी थे, जहां पार्टी ने इस बार जीत दर्ज की, को गोवा, दमन और दीव और दादरा और नगर हवेली में स्थानांतरित कर दिया गया है। बयान में कहा गया है कि असम के प्रभारी महासचिव जितेंद्र सिंह को मध्य प्रदेश का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है,

जबकि बाबरिया को महासचिव बनाया गया है और हरियाणा के अतिरिक्त प्रभार के साथ-साथ दिल्ली का प्रभार भी दिया गया है। फेरबदल में तारिक अनवर को महासचिव के रूप में सूची में शामिल नहीं किया गया।