कांग्रेस बताए उसे ’राम’ शब्द से आपत्ति है या ’मंदिर’ से : सुधांशु त्रिवेदी

त्रिवेदी ने यहां संवाददाताओं से चर्चा में कहा कि कांग्रेस का ये पुराना रोग एक बार फिर उभर आया है

कांग्रेस बताए उसे ’राम’ शब्द से आपत्ति है या ’मंदिर’ से : सुधांशु त्रिवेदी

भोपाल : भारतीय जनता पार्टी प्रवक्ता और सांसद सुधांशु त्रिवेदी ने आज कांग्रेस को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि राम मंदिर के विषय को मध्यप्रदेश में चुनाव आयोग में ले जाने वाली कांग्रेस को ये स्पष्ट करना चाहिए कि उसे ’राम’ शब्द से आपत्ति है या ’मंदिर’ से।

श्री त्रिवेदी ने यहां संवाददाताओं से चर्चा में कहा कि कांग्रेस का ये पुराना रोग एक बार फिर उभर आया है। उन्होंने कहा कि अगर कांग्रेस को राम और मंदिर शब्दों पर आपत्ति नहीं है, तो राममंदिर शब्द पर आपत्ति क्यों है? वास्तव में राममंदिर का निर्माण पूरा होते देख कांग्रेस के सीने की आग भडक़ उठी है, क्योंकि वह कभी नहीं चाहती थी कि राममंदिर का निर्माण हो। श्री त्रिवेदी ने कहा कि कांग्रेस राममंदिर का निर्माण कभी नहीं चाहती थी और वह यह भी नहीं चाहती थी कि यह विवाद सुलझे। इस मामले को रोकने के पार्टी ने कई प्रयास किए। वर्ष 1976 में इंदिरा गांधी के जमाने में जब आर्कियोलॉजिकल सर्वे की खुदाई चल रही थी, तो नीचे आठ खंबे निकल आए। तब वामपंथी इतिहासकारों के दबाव में सरकार ने खुदाई रुकवा दी और कोर्ट से यह स्टे ले लिया गया कि खुदाई कभी नहीं की जाएगी, क्योंकि उन्हें डर था कि अगर खुदाई हुई, तो कुछ निकल आएगा।

उन्होंने कहा कि स्व. अटल बिहारी वाजपेयी सरकार ने रडार मैपिंग कराकर उसकी रिपोर्ट प्रस्तुत की, तो कोर्ट ने खुदाई की परमिशन दे दी। 2003 में खुदाई में सब कुछ निकल आया। उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट द्वारा भी विवादित रहे स्थल को स्पष्ट तौर पर राम जन्मभूमि कहे जाने के बावजूद कांग्रेस के लोग ’बाबरी मस्जिद’ शब्द का प्रयोग कर रहे हैं। कांग्रेस पार्टी इस मुद्दे को राजनीतिक लाभ-हानि के तराजू पर तौलती रही है। श्री त्रिवेदी ने कहा कि विषय सिर्फ राम मंदिर का नहीं है, बल्कि सनातन के खिलाफ पूरी सोच और षडयंत्र चल रहे हैं।