छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिले: दो महिला कमांडो को आउट ऑफ टर्न पदोन्नति

आत्मसमर्पण के बाद दंतेश्वरी फाइटर्स में कमांडो के तौर पर भर्ती हुईं थीं।

छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिले: दो महिला कमांडो को आउट ऑफ टर्न पदोन्नति

दंतेवाड़ा : छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिले में तैनात दो महिला कमांडो को आउट ऑफ टर्न प्रमोशन प्रदान किया गया है।आईजी सुंदर राज पी ने बताया कि दंतेश्वरी फाइटर्स की दो महिला कमांडो सुनैना पटेल और रेशमा कश्यप को आउट ऑफ टर्न प्रमोशन दिया गया है। दोनों महिलाएं पहले नक्सली थीं,

जो आत्मसमर्पण के बाद दंतेश्वरी फाइटर्स में कमांडो के तौर पर भर्ती हुईं थीं। संभवत यह देश का पहला मामला है जहां किसी आत्मसमर्पित नक्सली महिला को कमांडो के रूप में तैनात होने के बाद आउट ऑफ टर्म प्रमोशन दिया गया है।

बताया गया कि वर्ष 2019 में तत्कालीन एसपी अभिषेक पल्लव ने दंतेश्वरी फाइटर्स के नाम से महिला कमांडोज की एक टीम गठन किया था। जिसमे रेगुलर फोर्स के सिपाही और आत्मसमर्पित नक्सलियों को शामिल किया गया था।

आज दो महिला कमांडो सुनैना पटेल और रेशमा कश्यप को आउट ऑफ टर्न प्रमोशन दिया जा रहा है। यह पहली बार हो रहा है की इन महिला कमांडो को उनके साहस, योग्यता और टीम के कुशल नेतृत्व के आधार पर दिया जा रहा है।

इधर आत्मसमर्पित नक्सली संजय पोटाम उर्फ बदरू को आउट ऑफ टर्न प्रमोशन देते हुए इंस्पेक्टर बनाया गया है। इसी तरह आत्मसमर्पित नक्सली कोसा कुंजाम को प्रमोट करते हुए सब इंस्पेक्टर और गंगा मुचाकी को एएसआई बनाया गया है।

डीएसपी नक्सल राहुल उइके ने बताया कि वर्ष 2019 में बनी दंतेश्वरी फाइटर्स महिला कमांडो फोर्स 97 सदस्यों की टीम है जिसमें रेगुलर फोर्स के जवान महिला, पुरुष सहित आत्मसमर्पित नक्सली भी है।

आत्मसमर्पित नक्सलियों को ट्रेनिंग जंगल वारफेयर कॉलेज कांकेर, रायपुर सहित विभिन्न ट्रेनिंग सेंटरों में दिया जाता है। फिर उन्हें टीम जहां 30 की संख्या में होती है, शामिल किया जाता है।

उनकी योग्यता आदि को ध्यान में रखकर, सबसे महत्वपूर्ण बात कि फोर्स को मिक्स रखा जाता है ताकि रेगुलर फोर्स की तरह आत्मसमर्पित नक्सलियों में अनुशासन बना रहे।