भारत के सबसे बड़े व्यापारिक साझेदारों में से एक है यूरोपीय संघ : एस जयशंकर

कहा, मुझे हमारी द्विपक्षीय साझेदारी पर चर्चा करने का अवसर मिला, कगा कि स्थिरता को चलाने में व्यवसायों की प्राथमिक भूमिका

भारत के सबसे बड़े व्यापारिक साझेदारों में से एक है यूरोपीय संघ : एस जयशंकर

नई दिल्ली- इंडिया यूरोप बिजनेस एंड सस्टेनेबिलिटी कॉन्क्लेव के उद्घाटन सत्र को विदेश मंत्री एस जयशंकर से संबोधित किया। विदेश मंत्री ने कहा कि मुझे हमारी द्विपक्षीय साझेदारी पर चर्चा करने का अवसर मिला। उन्होंने कगा कि स्थिरता को चलाने में व्यवसायों की प्राथमिक भूमिका है। भारत व यूरोपीय संघ बहु-ध्रुवीय,भू-राजनीतिक व सुरक्षा चिंताओं में विश्वास करते हैं। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि मैंने सभी 27 यूरोपीय संघ के सदस्यों के साथ व्यक्तिगत रूप से बातचीत की है। जयशंकर ने कहा कि यूरोपीय संघ भारत के सबसे बड़े और सबसे महत्वपूर्ण व्यापारिक साझेदारों में से एक है। भारत-ईयू एफटीए गेम चेंजर साबित होगा। उन्होंने कहा कि व्यापार समझौते के लिए भारत का नया दृष्टिकोण गुणवत्ता को संबोधित करता है, व्यापार बाधाओं से परे। भारत के निकट भविष्य में विकास जारी रखने वाली एकमात्र प्रमुख अर्थव्यवस्था होने की उम्मीद है। उन्होंने कहा कि जब हरित परिवर्तन की बात आती है, तो स्वच्छ ऊर्जा भारत-यूरोपीय संघ की साझेदारी के लिए महत्वपूर्ण है। हरित वित्तपोषण को बढ़ावा देना दीर्घावधि परिणाम के लिए प्रज्वलन है। हमारे पास दुनिया में तीसरी सबसे बड़ी स्थापित नवीकरणीय ऊर्जा है। इससे पहले एस जयशंकर ने कहा था कि जी-20 भारत को दुनिया के लिए तैयार और दुनिया को भारत के लिए तैयार होने के वास्ते सक्षम बनाता है। भारत की एक साल की जी20 की अध्यक्षता पर यहां अपने संबोधन में जयशंकर ने कहा था कि अगर आप आज मुझसे पूछते हैं, साधारण में बताओ कि क्या होगा जब जी-20 होगा। मैं कहूंगा कि दो चीजें होगी। जी-20 भारत को दुनिया के लिए तैयार कर रहा है। जी-20 दुनिया को भारत के लिए तैयार कर रहा है।