पंजाब सरकार के खिलाफ साजिश रच रहे हैं राज्यपाल एवं विपक्षी दल - मलविंदर कंग

इससे पहले श्री पुरोहित पंजाब सरकार पर उनके द्वारा मांगी गई जानकारियां उपलब्ध नहीं कराने पर संवैधानिक कर्त्तव्य की अवहेलना का आरोप लगा चुके हैं।

पंजाब सरकार के खिलाफ साजिश रच रहे हैं राज्यपाल एवं विपक्षी दल - मलविंदर कंग

चंडीगढ़ - पंजाब की आम आदमी पार्टी (आप) सरकार और राज्यपाल बनवारी लाल पुरोहित के बीच तल्खियां कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। ‘आप’ ने बुधवार को राज्यपाल पर राज्य सरकार के खिलाफ साजिश रचने का आरोप लगाया है।

इससे पहले श्री पुरोहित पंजाब सरकार पर उनके द्वारा मांगी गई जानकारियां उपलब्ध नहीं कराने पर संवैधानिक कर्त्तव्य की अवहेलना का आरोप लगा चुके हैं।

आप के प्रवक्ता मलविंदर सिंह कंग ने आज कहा कि केंद्र के निर्देश पर राज्यपाल द्वारा पंजाब और राज्य सरकार के खिलाफ साजिश रची जा रही है और राज्य की विपक्षी पार्टियां भी उनका समर्थन कर रही हैं। उन्होंने कहा कि ‘मेरी सरकार’ कहना तो दूर अपनी रचनात्मक जिम्मेदारियों से भी राज्यपाल भाग रहे हैं। उन्होंने राज्यपाल रहते हुए पंजाब विश्वविद्यालय में हरियाणा की भागीदारी की खुलकर वकालत की, लेकिन दुर्भाग्य कि तथाकथित पंजाब समर्थक विपक्षी दल और उनके नेता इस गंभीर मुद्दे पर मुंह तक नहीं खोलते।

श्री कंग ने कहा कि पिछले दिनों राज्यपाल पुरोहित द्वारा आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान विधानसभा के पिछले सत्र में 'मेरी सरकार' न कहने के मुद्दे पर एक पत्रकार द्वारा सवाल पूछे जाने पर अपनी गलती मानने से इनकार किया। इस पर श्री कंग ने कहा कि उन्होंने स्पष्ट झूठ बोला। उन्होंने पत्रकारों के साथ सत्र का एक वीडियो साझा किया और राज्यपाल से अपने संवैधानिक पद की गरिमा का ख्याल रखने का अनुरोध किया।

वीडियो का हवाला देते हुए श्री कंग ने सवाल किया कि क्या राज्यपाल साहब, जो पंजाब की सीमाओं सहित राज्य में विभिन्न स्थानों का दौरा कर चुके हैं और खुद को राज्य के हितैषी के रूप में पेश करते हैं, क्या कभी केंद्र सरकार से सवाल कर सकते हैं कि उसने राज्य के आरडीएफ और राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन का पैसा क्यों रोक रखा है। उन्होंने कहा कि केंद्र लगातार पंजाब को आर्थिक तंगी में धकेल रही है, लेकिन पंजाब के राज्यपाल की मोदी सरकार के खिलाफ कुछ भी कहने की हिम्मत नहीं होती है।

राज्यपाल के पंजाब दौरों पर सवाल उठाते हुए श्री कंग ने कहा कि गुजरात या उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश जैसे बड़े सीमावर्ती राज्यों में जहां भाजपा की सरकारें हैं और जहां से नशे की बड़ी खेप बरामद की जा रही है, दलित लड़कियों की प्रतिदिन हत्या की जा रही है, लेकिन फिर भी वहां के राज्यपालों की कुछ कहने की हिम्मत नहीं होती, लेकिन पंजाब के राज्यपाल रोज राजनीति करने का बहाना ढूंढ़ते हैं।

राज्य की विपक्षी पार्टियों को निशाना साधते हुए श्री कंग ने सवाल किया कि खुद को पंजाब समर्थक कहने वाले इन दलों ने तब कुछ क्यों नहीं कहा जब हाल ही में पंजाब यूनिवर्सिटी के मुद्दे पर राज्यपाल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की और हरियाणा को यूनिवर्सिटी में हिस्सा देने की वकालत की। इस पर श्री प्रताप बाजवा और श्री सुखबीर बादल ने कुछ क्यों नहीं बोला।

उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि दरअसल पंजाब के राज्यपाल और विपक्षी दल केंद्र के इशारे पर राज्य के खिलाफ साजिश रच रहे हैं। पंजाबियों को इन दोगले झूठों से सावधान रहने की जरूरत है।