अमृतपाल और आईएसआई के बीच की कड़ी था कलसी

अंडरवल्र्ड से है सीधा कनेक्शन, इस काम के लिए मिला पैसा

अमृतपाल और आईएसआई के बीच की कड़ी था कलसी

नई दिल्ली- वारिस पंजाब दे के प्रमुख अमृतपाल सिंह के लिए फंड जुटाने वाला दलजीत सिंह कलसी वास्तव में पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई और अमृतपाल के बीच कड़ी के रूप में काम कर रहा था। कलसी अमृतसर का रहने वाला है। पाकिस्तान के विभिन्न देशों में स्थित महावाणिज्य दूातावासों में तैनात अधिकारियों से उसका संपर्क था। विदेशों से फंडिग के लिए उसने स्टर्लिंग इंडिया एजेंसी नाम से अपनी एक कंपनी बनाई थी। इसके माध्यम से वह अब तक 35 करो? से अधिक की राशि मंगवा चुका है। इस राशि का बहुत सा हिस्सा अमृतपाल और उसकी जत्थेबंदी वारिस पंजाब दे के लिए खर्च कर चुका है। कलसी को पंजाब पुलिस ने गुरुग्राम से गिरफ्तार किया था। कलसी से अलग-अलग एजेंसियां पूछताछ कर रही हैं। विदेशों में बैठे खालिस्तान समर्थकों व अमृतपाल के बीच भी कलसी ही संपर्क का माध्यम था। दलजीत सिंह कलसी को राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम की धारा 3 (2) के तहत गिरफ्तार किया गया है। वह अमृतपाल सिंह का प्रमुख सहयोगी व सलाहकार है। 20 अगस्त, 2022 को अमृतपाल के भारत आने के बाद कलसी को अमृतपाल के साथ कई बार देखा गया था। इतना ही नहीं अजनाला थाने पर हमले का मास्टरमाइंड भी कलसी ही है।

फिल्मों में कर चुका है काम

दलजीत कलसी ने वर्ष 2016 में फिल्म सरदार साब और वर्ष 2018 में फिल्म जग्गा जुगाड़ा में भी भी काम किया था। उसने ऑल टाइम मूवीज प्राइवेट लिमिटेड नाम से फिल्म प्रोडक्शन कंपनी भी बनाई थी। इस कंपनी ने कई फिल्में बनाई थीं। यह भी चर्चा है कि वह फिल्म बनाने के लिए उसे अंडर वर्ल्ड से भी पैसा मिलता रहा है। इसी दौरान उसके संबंध आईएसआई के कुछ एजेंटों के साथ भी हुए। जांच के दौरान कलसी से 20 मोबाइल फोन भी बरामद हुए हैं। इनमें से बहुत से नंबर आईएसआई एजेंटों के भी हैं।

कलसी ने प्रमुख बनने में मुख्य भूमिका निभाई

कलसी ने वैकूंवर में भी पाकिस्तान के महावणिज्य दूतावास को भारत के खिलाफ वहां के कुछ खालिस्तानी नेताओं के साथ मिल कर ज्ञापन सौंपा था। एजेंसियों का मानना है कि कलसी ही वह व्यक्ति है, जिसने अमृतपाल को दीप सिद्धू की मौत के बाद वारिस पंजाब दे का प्रमुख बनने और भारत में प्लांट करने में मुख्य भूमिका निभाई थी।