प्राणी मात्र पर दया करना ही धर्म - आचार्य

18 मई वीरवार को जैन धर्म के सोलहवें तीर्थंकर भगवान शांतिनाथ का जन्म तप व मोक्ष कल्याणक आचार्य के सानिध्य में बड़ी धूमधाम के साथ मंदिर के प्रांगण में मनाया जाएगा।

प्राणी मात्र पर दया करना ही धर्म - आचार्य

सोनीपत - श्री शांतिनाथ दिगंबर जैन मंदिर मंडी में आचार्य शांतिसागर (छानी) की परंपरा के प्रमुख संत आचार्य अतिवीर महाराज का मंगल प्रवेश हुआ। इस अवसर पर आचार्य ने कहा कि प्राणी मात्र पर दया करना ही धर्म है। किसी भी प्राणी को हमारी वजह से कष्ट न पहुंचे दुख ना पहुंचे यही सच्चा धर्म है। सैकड़ों की संख्या में उपस्थित होकर जनसमूह ने आचार्य का मंदिर में प्रवेश करने पर आरती कर पाद प्रक्षालन कर स्वागत किया।

इस अवसर पर जैन समाज के कार्यकारी अध्यक्ष जगदीश जैन ने कहा कि नेम चंद, जगदीश प्रसाद जैन की ओर से 18 मई वीरवार को जैन धर्म के सोलहवें तीर्थंकर भगवान शांतिनाथ का जन्म तप व मोक्ष कल्याणक आचार्य के सानिध्य में बड़ी धूमधाम के साथ मंदिर के प्रांगण में मनाया जाएगा। मुकेश जैन ने सभी का आह्वान किया कि जब तक आचार्य मंदिर में विराजमान हैं तब तक हम उनके पर वचनों को सुनकर पुण्यार्जन एकत्रित करें और धर्म के मार्ग पर लगे। इस अवसर पर एसके जैन, मनोज जैन, धर्म प्रभावना संघ के सभी सदस्य सैकड़ों की संख्या में उपस्थित थे।