लुधियाना गैस लीक कांड : प्रभावित क्षेत्रों से गैस का असर कम करने के लिए प्रयास किए

फोरेंसिक टीमें ले रही सैंपल, पंजाब प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड और जिला प्रशासन भी एक्टिव हो गया

लुधियाना गैस लीक कांड : प्रभावित क्षेत्रों से गैस का असर कम करने के लिए प्रयास किए

चंडीगढ़। पंजाब के लुधियाना में ग्यासपुरा इलाके के एक हिस्से की सोमवार को घेराबंदी रखी गई है। ये वही इलाका है जहां कथित रूप से जहरीली गैस के रिसाव से कारण 11 लोगों की मौत हो गई थी। वहीं इस घटना के बाद पंजाब प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड और जिला प्रशासन भी एक्टिव हो गया है।

अधिकारियों ने बताया कि प्रभावित इलाके में रात भर रिसाव के असर को कम करने की प्रक्रिया जारी रही। अधिकारियों के अनुसार, पंजाब प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के दलों ने इस बात का पता लगाने की कोशिश की कि सीवर में हाइड्रोजन सल्फाइड कैसे बनी जिसकी वजह से हादसा हुआ। अधिकारियों के अनुसार बोर्ड के सदस्य इंडस्ट्रियल यूनिट्स से सैंपल इक_े कर रहे है। इन सैंपलों की जांच केमिकल लैब में टेस्ट के बाद सामने आएगी।

उन्होंने कहा कि हवा में अब जहरीली गैस का प्रकोप नहीं है। शहर के सघन ग्यासपुरा इलाके में रविवार को कथित रूप से जहरीली गैस के रिसाव के बाद तीन बच्चों समेत 11 लोगों की मौत हो गयी। बीमार हुए चार और लोगों का एक अस्पताल में उपचार चल रहा है। घटना के संबंध में मजिस्ट्रेटी जांच के आदेश दे दिये गये हैं और पुलिस ने अज्ञात लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है।  लुधियाना की उपायुक्त सुरभि मलिक ने सोमवार को कहा कि इलाके में गैस के असर को सफलतापूर्वक खत्म कर दिया गया है। अधिकारियों ने संदेह जताया था कि इलाके में सीवरेज में किसी रसायन के मिलने से जहरीली गैस का रिसाव शुरू हुआ हो सकता है। अधिकारी यह पता लगाने के लिए सीसीटीवी कैमरे के फुटेज भी खंगाल रहे हैं। इलाके में करीब 600 मीटर तक के क्षेत्र की घेराबंदी कर ली गयी है। घटना की जांच में जुटी टीम ने इलाके में लगे सीसीटीवी कैमरों के डीवीआर भी कब्जे में ले लिए हैं जिसके बाद प्रशासन इनकी जांच में जुट गया है। जानकारी के मुताबिक जिस जगह पर हादसा हुआ है उसी इलाके में एक सीवरेज का ढक्कन बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हालत में मिला है। बता दें कि जिन जगह पर हादसा हुआ है वहां 50 इंडस्ट्रियां चल रही है।