कोलकाता की सड़कों पर नजर आईं ममता

कहा- बंगाल में महिलाएं सबसे सुरक्षित

कोलकाता की सड़कों पर नजर आईं ममता

कलकत्ता : पश्चिम बंगाल की अपने रोड शो में ममता बनर्जी ने कहा कि यहां महिलाएं ज्यादा सुरक्षित हैं। इसके साथ ही बीते दिनों टीएमसी नेता के पार्टी छोड़कर बीजेपी में शामिल होने को लेकर भी निशाना साधा है। ममता बनर्जी ने कहा कि लोग डर कर बीजेपी में शामिल हो रहे हैं। रैली को संबोधित करते हुए बनर्जी ने कहा कि कल, भाजपा नेताओं ने कहा कि बंगाल में महिलाओं पर अत्याचार होता है। मैं चुनौती दे सकती हूं कि बंगाल में महिलाएं सबसे सुरक्षित हैं। उन्होंने बिना नाम लिए प्रधानमंत्री पर निशाना साधते हुए कहा, ''जब मणिपुर में महिलाओं को नग्न कर घुमाया गया, जब हाथरस में एक महिला के साथ बलात्कार किया गया और उसके शव का जबरदस्ती अंतिम संस्कार कर दिया गया, तब वह कहां थे? क्या आप बिलकिस (बानो) को भूल गए हैं?

बनर्जी ने कलकत्ता उच्च न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश अभिजीत गंगोपाध्याय के भाजपा में शामिल होने पर भी प्रतिक्रिया दी। भाजपा का एक बाबू बेंच पर बैठा था और वह भाजपा में शामिल हो गया। आप उनसे न्याय की उम्मीद कैसे कर सकते हैं? महिला दिवस के मौके पर मुख्यमंत्री कोलकाता की सड़कों पर नजर आईं। इस संदर्भ में पहले ही जानकारी दी गयी थी। 1 मार्च को यह घोषणा की गई थी कि ममता 7 मार्च को मार्च करेंगी। कोलकाता में जुलूस कॉलेज स्ट्रीट, बाउबाजार, वेलिंगटन मोड़, एसएन बनर्जी रोड से होकर गुजरेगा और धर्मतला में समाप्त होगा। बता दें कि 8 मार्च को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस है, लेकिन उस दिन शिवरात्रि है। इसलिए अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस से एक दिन पहले यानी 7 मार्च को ममता बनर्जी यात्रा पर हैं। यह मार्च महिला तृणमूल कांग्रेस की पहल पर आयोजित किया गया है। मार्च का नारा, 'महिलाओं का अधिकार, हमारी प्रतिबद्धता' दिया गया।  जुलूस दोपहर दो बजे कॉलेज स्क्वायर से शुरू हुआ। जुलूस हिंद सिनेमा, एसएन बनर्जी रोड होते हुए डोरिना क्रॉसिंग पर समाप्त होगा।

तृणमूल का वोट बैंक शुरू से ही महिला मतदाता रहा है. लक्ष्मी भंडार से लेकर रूपश्री, कन्याश्री तक, मुख्य लक्ष्य महिलाएं हैं। इस बीच हाल ही में राज्य में संदेशखाली कांड जैसी घटनाएं घटी हैं। तृणमूल नेताओं पर महिलाओं पर भयानक अत्याचार के आरोप लगे हैं। शेख शाहजहां, उत्तम सरदार, शिबू हाजरा के खिलाफ महिलाओं का गुस्सा फूटा है। हालाँकि उन सभी को गिरफ्तार कर लिया गया था, फिर भी राज्य के खिलाफ कई शिकायतें थीं। वहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पहले ही राज्य में 3 सभाएं कर चुके हैं।