मान सरकार अमृतसर के प्रति अपना रही दोहरा मानदंड : गुमटाला

राज्य सरकार द्वारा स्कूल प्रिंसिपलों के विभिन्न प्रतिनिधिमंडलों को प्रशिक्षण के लिए दिल्ली हवाई अड्डे से सिंगापुर भेजा जा रहा है

मान सरकार अमृतसर के प्रति अपना रही दोहरा मानदंड : गुमटाला

अमृतसर : फ्लाई अमृतसर इनिशिएटिव और अमृतसर विकास मंच ने संयुक्त रूप से राज्य में आम आदमी पार्टी की सरकार द्वारा गुरु की नगरी अमृतसर के खिलाफ चल रहे भेदभाव पर चिंता व्यक्त करते हुए उस पर दोहरे मानदंड अपनाने का आरोप लगाया है। पहल के वैश्विक संयोजक समीप सिंह गुमटाला और अमृतसर विकास मंच के विदेश सचिव अनंतदीप सिंह ढिल्लों ने सोमवार को एक संयुक्त बयान में कहा कि पंजाब सरकार द्वारा राज्य के सबसे बड़े और व्यस्ततम श्री गुरु रामदास जी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे की उपेक्षा जारी रखने से विदेशों में रहने वाले पंजाबी समुदाय को बहुत निराश हुई है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा स्कूल प्रिंसिपलों के विभिन्न प्रतिनिधिमंडलों को प्रशिक्षण के लिए दिल्ली हवाई अड्डे से सिंगापुर भेजा जा रहा है, जबकि अमृतसर अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे से सिंगापुर एयरलाइंस की स्कूट एयर द्वारा सिंगापुर से अमृतसर के लिए सीधी उड़ानें सप्ताह में पांच दिन चलाई जा रही हैं। उन्होने कहा कि शिक्षकों को सिंगापुर भेजने के लिए पहले उन्हें पंजाब से दिल्ली हवाई अड्डे तक बसों द्वारा भेजा जाता है, यदि उन्हें राज्य के अमृतसर हवाई अड्डे से भेजा जाए तो उनकी परेशानी कम होगी और लागत भी कम होगी।

अमृतसर से सिंगापुर के लिए सीधी उड़ान मई 2016 में शुरू की गई थी और इन उड़ानों के लिए स्कूट अपने 300 से अधिक सीटों वाले बोइंग ड्रीमलाइनर विमान का उपयोग करता है। सिंगापुर के रास्ते यह उड़ान यात्रियों को ऑस्ट्रेलिया और अन्य देशों से भी जोड़ती है। इस साल जनवरी से जून तक सिर्फ छह महीने में 75 हजार से ज्यादा यात्री इन उडानों के जरिए हवाई यात्रा कर चुके हैं। इतना ही नहीं, सरकार हवाई अड्डे से अमृतसर शहर और राज्य के अन्य शहरों के लिए एक समर्पित बस सेवा की पहल और विकास मंच की लंबे समय से चली आ रही मांग पर भी कोई ध्यान नहीं दे रही है, जिसके कारण प्रवासी पंजाबियों ने भी नाराजगी व्यक्त की है। हवाई अड्डा वर्तमान में हर हफ्ते 400 से अधिक अंतरराष्ट्रीय और घरेलू उड़ानें संचालित करता है और हर महीने ढाई लाख से अधिक अंतरराष्ट्रीय और घरेलू यात्रियों को संभालता है।

श्री गुमटाला और ढिल्लों ने कहा कि हम अमृतसर हवाई अड्डे, शहर और राज्य के विकास के लिए अथक प्रयास कर रहे हैं और सरकार ने प्रिंसिपलों को विदेश में भेजने के लिए बार-बार दिल्ली हवाई अड्डे का उपयोग किया है। उपयोग का निर्णय हमारे प्रयासों को भी कमजोर करता है। इससे साबित होता है कि मान सरकार न तो अमृतसर हवाई अड्डे को प्राथमिकता देती है और न ही अमृतसर के बुनियादी ढांचे के विकास को। उन्होंने कहा कि पंजाब के लोग भी अब जवाब मांग रहे हैं कि सरकार अमृतसर हवाई अड्डे की उपेक्षा करते हुए दिल्ली हवाई अड्डे का पक्ष क्यों लेती है। उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार हलवारा में एक हवाई अड्डा बना रही है, राज्य में अन्य हवाई अड्डों का विकास कर रही है, एयरलाइंस को चंडीगढ़ हवाई अड्डे से नई उड़ानें शुरू करने के लिए प्रोत्साहित कर रही है और पंजाब के विभिन्न शहरों से दिल्ली हवाई अड्डे के लिए बस सेवाएं चला रही है, लेकिन वहीं, सरकार द्वारा अमृतसर हवाई अड्डे की उपेक्षा स्पष्ट हो रही है।

उन्होंने कहा, ‘अमृतसर महान ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व का शहर है। अमृतसर हवाई अड्डे को अमृतसर शहर और राज्य के अन्य शहरों से जोडऩे वाली बस सेवा लंबे समय से अस्तित्व में नहीं है। अमृतसर हवाई अड्डे पर आने वाले लाखों पर्यटकों और यात्रियों को शहर के साथ-साथ पंजाब के विभिन्न शहरों तक पहुंचने में अक्सर कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। इसके अलावा, अमृतसर में स्थानीय बीआरटीएस कई महीनों से चल रहा है। सेवाओं के निलंबित होने से न केवल स्थानीय निवासियों बल्कि बाहर से आने वाले पर्यटकों को भी भारी असुविधा हो रही है।’