हिमाचल प्रदेश के विकास में कोई भी कमी नहीं रखी जाएगी - अनुराग ठाकुर

श्री ठाकुर ने दावा किया कि अगले वर्ष होने लोकसभा चुनाव में तीसरी बार मोदी की सरकार बनेगी।

हिमाचल प्रदेश के विकास में कोई भी कमी नहीं रखी जाएगी - अनुराग ठाकुर

चैल/सोलन - केंद्रीय मंत्री व हमीरपुर सांसद अनुराग ठाकुर ने कहा है कि हिमाचल प्रदेश के विकास में कोई भी कमी उनके द्वारा नहीं रखी जाएगी जो कुछ भी केंद्र सरकार से हिमाचल प्रदेश में करने के लिए होगा उसे प्रदेश सरकार के साथ सामंजस्य बिठाते हुए पूरा किया जाएगा।

श्री ठाकुर ने दावा किया कि अगले वर्ष होने लोकसभा चुनाव में तीसरी बार मोदी की सरकार बनेगी। उन्होंने कहा कि देश के साथ साथ पूरे विश्व को मोदी से ही उम्मीद है। इसलिए केंद्र में भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनेगी। उन्होंने कहा कि चायल को पर्यटन की दृष्टि से विकसित करने के लिए सड़कों की दशा को सुधारा जाएगा। इसके लिए वह केंद्रीय भूतल परिवहन मंत्री से आग्रह करेंगे।

उन्होंने यह भी जानकारी देते हुए कहा कि प्रसिद्ध चैल मेले की शुरुआत 1892 में राजा भूपिंदर सिंह जी द्वारा की गई थी। मान्यता के अनुसार राजा भूपेंद्र सिंह जी के सपने में आकर बाबा सिद्ध जी ने राजा को उनके स्थान पर महल बनाने को मना किया और कहा कि यह मेरा स्थान है तब राजा ने चैल पैलस (जिस हम अब होटल चैल पैलस कहते हे) वहाँ अपना महल बनाया। जब राजा भूपिन्दर सिंह जी ने बाबा सिद्ध जी से आगे को आज्ञा हेतु पूछा तो बाबा सिद्ध जी ने राजा को कहा की प्रति वर्ष जून के दूसरे हफ्ते में मेले का आयोजन करो। तब से इस प्रसिद्ध मेले की परंपरा की शुरुआत हुई।

श्री ठाकुर ने यह भी कहा कि अब तक जितनी भी सरकारें अभी तक हिमाचल में हुई है वो खेल मैदान बनाने के लिए उन्हें जमीन भी उपलब्ध नहीं करा पाई है लेकिन समय समय पर खेल प्रतिभा को आगे लाने के लिए खेलो इंडिया के कार्यक्रम भी विधानसभा क्षेत्र में करवाये जा रहे हैं।

इस अवसर पर आज हिमाचल के चैल, सोलन में सिद्ध बाबा मेला के समापन समारोह में शिमला सांसद सुरेश कश्यप व पूर्व सांसद वीरेंद्र कश्यप के साथ शामिल हुए।

श्री ठाकुर ने इसे क्षेत्र की जनता के साथ संवाद करने व उनके साथ खुशियाँ बाँटने का अवसर बताते हुए कहा की तीन दिन तक चलने वाले इस मेले की विशेषता है कि आस-पास की 10 पंचायतों के लोग इसमें भाग लेते हैं, और अपनी फसल का कुछ हिस्सा बाबा सिद्ध को अर्पण करते हैं। उन्होंने कहा, ‘‘यह मेला आपसी सहयोग व सामाजिक समरसता का अनुपम उदाहरण है।’’