नोबेल पुरस्कार विजेता, नासा के वैज्ञानिक करेंगे केरल का दौरा

बायोऑर्थोगोनल केमिस्ट्री के विकास में योगदान के लिए

नोबेल पुरस्कार विजेता, नासा के वैज्ञानिक करेंगे केरल का दौरा

तिरुवनंतपुरम :  केरल के थोनक्कल में 15 जनवरी से आयोजित होने वाले ग्लोबल साइंस फेस्टिवल केरल (जीएसएफके) के दौरान नोबेल पुरस्कार विजेता और नासा के वैज्ञानिक व्याख्यान श्रृंखला और सेमिनार को संबोधित करेंगे।

प्राप्त जानकारी के अनुसार अन्य विशेषज्ञों के अलावा नोबेल पुरस्कार विजेता प्रोफेसर मोर्टन पी. मेल्डल विज्ञान महोत्सव में भाग लेने के लिए केरल का दौरा करेंगे।

क्लिक केमिस्ट्री और बायोऑर्थोगोनल केमिस्ट्री के विकास में योगदान के लिए रसायन विज्ञान में नोबेल पुरस्कार प्राप्त करने वाले श्री पी. मेल्डल सात फरवरी को सुबह 11 बजे एक सार्वजनिक वार्ता में अपने व्याख्यान देंगे। वहीं, नासा के हेलियोफिजिक्स साइंस डिवीजन की वैज्ञानिक डॉ. मधुलिका गुहाठाकुर्था 16 जनवरी को शाम पांच बजे जीएसएफके में एएस्ट्रो द्वारा डी. कृष्णा वारियर मेमोरियल लेक्चर में भाग लेंगी।

इसके अलावा, नासा के संचार और आउटरीच प्रमुख डेनिस हिल के साथ एक दिवसीय कार्यशाला 13 फरवरी को आयोजित की जाएगी। नासा और इसरो के वैज्ञानिकों के साथ वार्ता का सत्र भी 22 जनवरी को सुबह 10 बजे से शाम चार बजे तक आयोजित किया जाएगा। इसके अलावा, मैनचेस्टर मेट्रोपॉलिटन यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर रॉबर्ट पॉट्स 17 जनवरी को सुबह 10 बजे आयोजित होने वाले एक सार्वजनिक व्याख्यान देंगे।

सांसद कनिमोझी करुणानिधि 18 जनवरी को शाम पांच बजे एक सार्वजनिक वार्ता में "विज्ञान की कविता" पर बोलेंगी। लॉफबोरो विश्वविद्यालय में नाटक के प्रोफेसर और रचनात्मक कला के प्रमुख प्रोफेसर माइकल विल्सन 22 जनवरी को शाम पांच बजे संबोधित करेंगे।

महोत्सव में विभिन्न दिनों में कई प्रतिष्ठित हस्तियों के व्याख्यान होंगे। इनमें रेमन मैग्सेसे पुरस्कार विजेता डॉ. राजेंद्र सिंह और भारतीय समुद्री विश्वविद्यालय की कुलपति मालिनी वी. शंकर शामिल हैं।

यहां केरल मीडिया अकादमी, आईआईएसईआर-जीएसएफके सम्मेलन, एम्यूज़ियम टॉक्स और एक आईआईटी कॉन्क्लेव के सहयोग से प्रवासी मलयाली नेताओं और मलयाली भटनागर पुरस्कार विजेताओं, ई.ओ. विल्सन टॉक सीरीज़, एक जियोसाइंस टॉक सीरीज़, विज्ञान संचार पर एक दिवसीय कार्यशाला के सहयोग से एक व्याख्यान श्रृंखला भी आय़ोजित की जाएगी। जीएसएफके 16 जनवरी से 13 फरवरी तक विभिन्न व्याख्यान, सेमिनार और सम्मेलन की मेजबानी करेगा।