उदयपुर से केसरियानाथजी तीर्थधाम तक होगी पदयात्रा

राष्ट्र-संत श्री ललितप्रभ महाराज ने बताया कि केसरिया जी मेवाड़ का वह पावन तीर्थ है जहाँ आदिनाथ भगवान की प्रतिभा को बड़ी मात्रा में केसर चढ़ाते हैं, इसलिए इस तीर्थ को केसरिया जी कहा जाता है

उदयपुर से केसरियानाथजी तीर्थधाम तक होगी पदयात्रा

उदयपुर : राजस्थान के उदयपुर में चातुर्मास कर रहे राष्ट्रसंत जैनाचार्य ललितप्रभ एवं चन्द्रप्रभ महाराज के सानिध्य में मेवाड के प्रमुख तीर्थधाम केसरियानाथ तीर्थ तक पदयात्रा संघ जाएगा।
यह पांच दिवसीय यात्रा संघ 30 नवम्बर को उदयपुर से प्रस्थान करेगा और 4 दिसम्बर को केसरियानाथ जी तीर्थ में पहँचेगा। अहिंसा, प्रेम एवं विश्व बंधुत्व के साथ प्रभु भक्ति की पवित्र के साथ निकलने वाले इस पदयात्रा संघ में 500 से अधिक श्रद्धालु भाग लेगे। पदयात्रा संघ की सुचारू व्यवस्था के लिए लोक कल्याणकारी चातुर्मास समिति एवं श्री वासुपुज्य महाराज मंदिर ट्रस्ट के तत्वावधान में एक विशिष्ट संघ यात्रा सेवा समिति का गठन कर दिया गया है।
राष्ट्र-संत श्री ललितप्रभ महाराज ने बताया कि केसरिया जी मेवाड़ का वह पावन तीर्थ है जहाँ देश भर से हजारोें श्रद्धालु आते हैं और वहां के मूलनायक सर्वकामना पूरक महान चमत्कारी आदिनाथ भगवान की प्रतिभा को बड़ी मात्रा में केसर चढ़ाते हैं, इसलिए इस तीर्थ को केसरिया जी कहा जाता है।