प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज छत्तीसगढ़ के दौरे पर

इस्पात संयंत्र के शुभारंभ के साथ ही कई और योजनाओं का लोकार्पण और शिलन्यास करेंगे

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज छत्तीसगढ़ के दौरे पर

रायपुर : कांग्रेस के बस्तर बंद के आह्वान के बीच प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज छत्तीसगढ़ के दौरे पर पहुंच रहे हैं। श्री मोदी इस दौरे में बस्तर के नगरनार में एनएमडीसी के इस्पात संयंत्र के शुभारंभ के साथ ही कई और योजनाओं का लोकार्पण और शिलन्यास करेंगे।

आधिकारिक जानकारी के अनुसार श्री मोदी लगभग 11 बजे अपराह्न में जगदलपुर, बस्तर पहुंचकर छत्तीसगढ़ में 26,000 करोड़ रुपये से अधिक की अनेक विकास परियोजनाओं का शिलान्यास करेंगे। इन परियोजनाओं में नगरनार स्थित एनएमडीसी स्टील लिमिटेड का इस्पात संयंत्र भी शामिल है। लगभग तीन बजे पूर्वाह्न में प्रधानमंत्री तेलंगाना के निजामाबाद पहुंचेंगे, जहां वे बिजली, रेल व स्वास्थ्य जैसे महत्त्वपूर्ण सेक्टरों की लगभग 8000 करोड़ रुपये की विभिन्न विकास परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास करेंगे।श्री मोदी इसके साथ ही भाजपा द्वारा आहूत रैली को भी सम्बोधित करेंगे। मोदी बस्तर जिले में नगरनार स्थित एनएमडीसी स्टील लिमिटेड के इस्पात संयंत्र का लोकार्पण करेंगे। यह संयंत्र 23,800 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से बनकर तैयार हुआ है। यह ग्रीनफील्ड परियोजना का संयंत्र है, जहां उच्च गुणवत्ता वाला इस्पात निर्मित होगा। नगरनार स्थित एनएमडीसी स्टील लिमिटेड का इस्पात संयंत्र हजारों लोगों को संयंत्र में और अनुषांगिक व सहयोगी उद्योगों में रोजगार के अवसर देगा।

प्रधानमंत्री अंतागढ़ व तारोकी के बीच नई रेल लाइन और जगदलपुर और दंतेवाड़ा के बीच डबल रेल लाइन परियोजना का लोकार्पण करेंगे। वे बोरीडांड-सूरजपुर रेल लाइन को दो-तरफा बनाने की परियोजना तथा अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत जगदलपुर स्टेशन के पुनर्विकास की आधारशिला रखेंगे। प्रधानमंत्री तारोकी-रायपुर डेमू रेल सेवा को भी झंडी दिखाकर रवाना करेंगे। मोदी राष्ट्रीय राजमार्ग-43 के ‘कुनकुरी से छत्तीसगढ़-झारखंड सीमा खंड’ पर सडक़ उन्नयन परियोजना का भी लोकार्पण करेंगे। इस नई सडक़ से सडक़ कनेक्टिविटी में सुधार आयेगा और क्षेत्रवासियों को लाभ मिलेगा। राज्य के सत्तारूढ़ दल कांग्रेस ने नगरनार संयंत्र को विनिवेश की सूची में डालने के विरोध में आज बस्तर बंद आहूत किया है।इस बंद और मोदी की रैली को लेकर संभावित टकराव को रोकना पुलिस एवं प्रशासन के लिए कड़ी चुनौती बन गया है।हालांकि पुलिस का दावा है कि वह हर कीमत पर शान्ति व्यवस्था बनाए रखेंगी।