धर्मांतरण विरोधी कानून निरस्त करना, तुष्टिकरण की पराकाष्ठा - विहिप

विहिप के केंद्रीय महामंत्री मिलिंद परांडे ने शनिवार को यहां संवाददाताओं से कहा कि कर्नाटक सरकार सरकार का अवैध धर्मांतरण पर रोक वाले कानून के निरस्तीकरण का निर्णय मुस्लिम एवं ईसाई तुष्टिकरण की पराकाष्ठा है और हिंदू जीवन मूल्यों पर आघात है।

धर्मांतरण विरोधी कानून निरस्त करना, तुष्टिकरण की पराकाष्ठा - विहिप

नयी दिल्ली - विश्व हिंदू परिषद (विहिप) ने कर्नाटक की नयी कांग्रेस सरकार द्वारा अवैध धर्मांतरण पर रोक वाले कानून को निरस्त करने के निर्णय को अल्पसंख्यक तुष्टिकरण की पराकाष्ठा और हिंदू जीवन मूल्यों पर आघात करार दिया है।

विहिप के केंद्रीय महामंत्री मिलिंद परांडे ने शनिवार को यहां संवाददाताओं से कहा कि कर्नाटक सरकार सरकार का अवैध धर्मांतरण पर रोक वाले कानून के निरस्तीकरण का निर्णय मुस्लिम एवं ईसाई तुष्टिकरण की पराकाष्ठा है और हिंदू जीवन मूल्यों पर आघात है।

उन्होंने कहा कि यदि कानून में कुछ कमियां दिखतीं हों तो उसमें संशोधन किया जा सकता है किन्तु उसे पूरी तरह निरस्त करने के निर्णय के पीछे अवैध धर्मांतरणकारी गैंग का सरकार पर गहरा दबाव स्पष्ट दृष्टिगोचर होता है। ऐसा लगता है कि कांग्रेस सरकार ने उनके सामने घुटने टेक दिए हैं।

श्री परांडे ने कहा कि विहिप कर्नाटक की कांग्रेस सरकार के इस निर्णय की कठोर शब्दों में निंदा करते हुए इस निर्णय के विरूद्ध जन आंदोलन चलाने का संकल्प लेती है। राज्य में अनेक स्थानों पर प्रदर्शन हो चुके किंतु यह अभियान रुकने वाला नहीं है।