सम्राट चौधरी ने लालू को कहा राजनीतिक कैंसर

भडक़े तेज प्रताप कहा, वह महाभारत कराने वाले शकुनी के पुत्र

सम्राट चौधरी ने लालू को कहा राजनीतिक कैंसर

पटना : लालू प्रसाद यादव के यह कहने के एक दिन बाद कि कोई सिरदर्द की दवा से कैंसर का इलाज नहीं कर सकता, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने दावा किया कि राजद प्रमुख बिहार की राजनीति के कैंसर हैं। चौधरी ने कहा कि अगर बिहार में अराजकता के लिए किसी नेता को दोषी ठहराया जा सकता है, तो वह लालू प्रसाद यादव हैं। वह जातिवादी गुंडागर्दी के लिए जिम्मेदार हैं। वह कैंसर के बारे में बात कर रहे हैं लेकिन मैं कहना चाहता हूं कि ऐसी स्थिति के लिए वह जिम्मेदार हैं। उन्होंने कहा कि बिहार की राजनीति में अगर कोई राजनीतिक कैंसर बन गया है तो उसका नाम है लालू प्रसाद यादव। नीतीश कुमार की पार्टी ने इसे साबित कर दिया है। उन्होंने चारा घोटाले में उन्हें जेल भेज दिया है। 

भाजपा नेता ने कहा कि अगर बिहार में अराजकता के लिए किसी नेता को दोषी ठहराया जा सकता है, तो वह लालू प्रसाद यादव हैं। वह जातिवादी गुंडागर्दी के लिए जिम्मेदार हैं. वह कैंसर के बारे में बात कर रहे हैं लेकिन मैं कहना चाहता हूं कि ऐसी स्थिति के लिए वह जिम्मेदार हैं। अब इसी को लेकर लालू यादव के बड़े बेटे और बिहार सरकार के मंत्री तेज प्रताप यादव ने जवाब दिया है। उन्होंने कहा कि सम्राट चौधरी की हैसियत क्या है? उन्होंने कहा कि लालू प्रसाद यादव के सामने उनकी हैसियत कुछ भी नहीं है। उन्होंने कहा कि वह तो खुद शकुनी मामा के पुत्र हैं जो महाभारत करवाए थे। तेज प्रताप यादव ने कहा कि सम्राट चौधरी की इतनी हैसियत नहीं है कि वह लालू जी के बारे में कुछ बोल पाएं। उन्होंने कहा कि वह मेरे पिता को निशाना बना रहे हैं... वह (सम्राट चौधरी) दीमक की तरह हैं, और वह धीरे-धीरे बीजेपी को खोखला कर रहे हैं।

दरअसल सम्राट चौधरी ने लालू प्रसाद यादव के एक ट्वीट का जवाब देते हुए लालू यादव को सामाजिक कैंसर बताया था। उन्होंने कहा कि जातिगत जनगणना के विरुद्ध जो भी लोग है वो इंसानियत, सामाजिक, आर्थिक एवं राजनीतिक बराबरी तथा समानुपातिक प्रतिनिधित्व के ख़िलाफ है। ऐसे लोगों में रत्तीभर भी न्यायिक चरित्र नहीं होता है। किसी भी प्रकार की असमानता एवं गैरबराबरी के ऐसे समर्थक अन्यायी प्रवृत्ति के होते है जो जन्म से लेकर मृत्यु तक केवल और केवल जन्मजात जातीय श्रेष्ठता के आधार एवं दंभ पर दूसरों का हक खाकर अपनी कथित श्रेष्ठता को बरकरार रखना चाहते है।कैंसर का इलाज सिरदर्द की दवा खाने से नहीं होगा।